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एएसआई शिवराज ने बताया कि पीडि़त की रिपोर्ट पर मुकदमा दर्जकर उसकी ओर से भुगतान की गई रकम की निकासी नितिन कुमार उर्फ मोहित कुमार के खाते से हुई। पुलिस बैंक खाते की डिटेल प्राप्त की तो आरोपी साइबर ठग निकला। घर पर दबिश दी तो आरोपी फरार था। गतदिनों हरियाणा साइबर क्राइम पुलिस ने उसे दबोचा। जिस पर आदर्शनगर थाना पुलिस ने आरोपी को प्रोडक्शन वारंट पर गिरफ्तार किया। पुलिस आरोपी से बरामदगी के प्रयास में जुटी है।
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एएसआई शिवराज ने बताया कि पीडि़त कैलाशचंद शर्मा ने रिपोर्ट में बताया कि 23 सितम्बर से 26 सितम्बर के बीच उसके मोबाइल फोन पर आए कॉल पर सस्ता लोन दिलवाने की बात कही। उसको आरोपी ने खुद को रिलायन्स कैप्टिल ग्रुप का मेम्बर बताकर 7.50 फीसदी की ब्याज दर पर 9 लाख रूपए का ऋण दिलाने का झांसा दिया। आरोपी ने उसको लोन स्वीकृत के लिए खाली फार्म सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर भेज दिए। पीडि़त ने फार्म भरकर भिजवाने के बाद उससे रजिस्ट्रेशन फीस 11 हजार 200 रुपए, ऋण फीस के नाम पर 95 हजार रुपए व मेडिकल फीस के नाम पर 95 हजार रुपए कुल 2 लाख 12 हजार 20 रुपए ऑनलाइन डलवा लिए। जब उससे ओर रकम मांगी गई तो पीडि़त ने इनकार कर अपनी पूर्व में दी गई रकम वापस मांगी। इस पर आरोपी ने अपना मोबाइल फोन स्वीचऑफ कर लिया। फिर पीडि़त शर्मा की शिकायत पर प्रकरण दर्जकर अनुसंधान शुरू किया।