बिजली उपयोगकर्ता द्वारा विद्युत चोरी या मीटर में छेडछाड करने पर जो केस बनाया जाता है, उसमें घटना स्थल की लोकेशन एवं समय डिजिटल वीसीआर शीट में दर्ज हो जाता है। शीट भरने के बाद कांट-छांट या ओवर राईटिंग या तदउपरान्त बदलाव करना संभव नही है। यह डिजिटल वीसीआर सबमिट बटन दबाते ही सब डिवीजन के कम्प्यूटर पर परिलक्षित हो जाती है।
एप पर ही तैयार होंगे वसूली, एफआईआर के दस्तावेज
डिजीटल वीसीआर की प्रक्रिया को सरल एवं सम्पूर्ण बनाया गया है। वीसीआर शीट भरने के बाद पेनल्टी का आंकलन, नोटिस एवं आवश्यकता पडने पर एफआईआर दर्ज करने के कागजात भी इसी एप से तैयार किए जाएंगे। सतर्कता जांच से संबंधित हर प्रकार की मासिक अथवा साप्ताहिक सूचना इस एप के डेशबोर्ड पर स्वत: अपडेट होती रहती है जो वृत स्तर,जोन स्तर एवं डिस्कॉम स्तर पर सीधे ही देख सकते हैं।
बिना इंटरनेट भी भरी जा सकेगी वीसीआर
एसई आईटी सी.पी.गांधी ने बताया कि इस एप की एक खासियत यह भी है कि जिस सब डिविजन में वीसीआर शीट भरी जाती है वहां के उपभोक्ताओं के मास्टर डाटा मोबाईल में डाउनलोड हो जाते है। यदि घटना स्थल पर इन्टरनेट सुविधा नही मिले तो भी ऑफलाईन डाटा के आधार पर वीसीआर शीट पूरी भरी जा सकती है।