सुबह नवमी, शाम को दशहरा
ज्योतिषाचार्या नीतिका शर्मा ने बताया कि शारदीय नवरात्रि की नवमी तिथि 11 अक्टूबर को दोपहर 12:07 बजे होकर 12 अक्टूबर सुबह 10:59 बजे तक रहेगी। 12 अक्टूबर को सुबह नवमी का पूजन होगा और शारदीय नवरात्रि का समापन इसी दिन होगा। शाम को विजयदशमी पर्व मनाया जाएगा। शनिवार होने से और अगले दिन रविवार को उदियात तिथि में दशमी तिथि होने की वजह से नवरात्रि का उत्थापन रविवार को होगा।
डोली या पालकी पर आएंगी मां दुर्गा
नीतिका शर्मा के अनुसार अगर नवरात्रि का आरंभ सोमवार या रविवार को होने पर माता हाथी पर, शनिवार और मंगलवार को माता अश्व यानी घोड़े पर सवारी मानी जाती है। लेकिन गुरुवार या शुक्रवार को नवरात्रि का आरंभ हो रहा हो तब माता डोली या पालकी पर आती हैं। बुधवार के दिन नवरात्रि पूजा आरंभ होने पर माता नाव पर आरुढ़ होकर आती हैं। शारदीय नवरात्रि गुरुवार 3 अक्टूबर से आरंभ होगी।
शारदीय नवरात्र की तिथियां
3 अक्टूबर- मां शैलपुत्री प्रतिपदा, 4 अक्टूबर- मां ब्रह्मचारिणी द्वितीया, 5-6 अक्टूबर- मां चंद्रघंटा तृतीया, 7 अक्टूबर- मां कुष्मांडा चतुर्थी, 8 अक्टूबर- मां स्कंदमाता पंचमी, 9 अक्टूबर- मां कात्यायनी षष्ठी, 10 अक्टूबर- मां कालरात्रि सप्तमी, 11 अक्टूबर- मां महागौरी, दुर्गा अष्टमी तथा 12 अक्टूबर- नवमी को मां सिद्धिदात्री तथा दशहरा होगा।