अति. पुलिस अधीक्षक (केकड़ी) अकलेश कुमार शर्मा ने बताया कि जिलावड़ा गांव में 27 अप्रेल को लापता युवती सोनू बानो (21) की निर्मम हत्या के मामले में उसकी मां शांति बेगम (57) व भाई हनीफ बेग (37) को गिरफ्तार किया।
वृत्ताधिकारी (नसीराबाद) पूनम भरगड़ के नेतृत्व में थानाधिकारी राजेश कुमार व उनकी टीम ने ब्लाइंड मर्डर में संदिग्धों से पूछताछ के साथ तकनीकी मदद ली। वारदात में परिजन की लिप्तता के सुराग मिलने पर शांति बेगम पर शक हुआ। गहन पूछताछ में शांति बेगम टूट गई। उसने बेटे हनीफ के साथ सोनू की हत्या कर लाश कुएं में डालना कबूला। पुलिस ने शांति व हनीफ को गिरफ्तार कर लिया।
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मारकर बाड़े में रखा शव
पड़ताल में शांति ने बताया कि 26 अप्रेल दोपहर सोनू की हत्या के बाद बेटे हनीफ के साथ मिलकर शव को गुदड़ी में लपेट कर पहले बकरियों के बाड़े में रखा। उसी रात 12 बजे हनीफ के साथ रामपुरा अहिरान-मानपुरा की ढाणी के जंगल में स्थित कुएं में शव फेंक आए। शांति ने ही सोनू की चप्पल, लूगड़ी रास्ते में फैंकी थी, ताकि किसी को भी उन पर शक ना हो सके।
यूं चला घटनाक्रम
गत 27 अप्रेल को जिलावड़ा निवासी मोहम्मद बेग ने थाने में रिपोर्ट दी कि बेटी सोनू बानो 26 अप्रेल सुबह 11 बजे बकरियां लेकर निकली फिर वापस नहीं लौटी। पुलिस ने गुमशुदगी दर्जकर कर ली। फिर 29 अप्रेल सुबह रामपुरा अहिरान व मानपुरा के जंगल में कुएं में शव मिलने की सूचना मिली। शिनाख्त के बाद परिजन ने हत्या व गैंग रेप का शक जाहिर किया। पुलिस ने हत्या व सबूत मिटाने का मामला दर्जकर अनुसंधान शुरू कर दिया।
कार्रवाई में यह रहे शामिल
कार्रवाई करने वाली टीम में एएसआई हनुमानलाल, हैड कांस्टेबल जयपालसिंह. उगमाराम, सिपाही विक्रम, प्यारेलाल, महेन्द्रपाल, रामजीलाल, जयदेव, इन्द्र सिंह, हंसराज, जसवंतसिंह, शिवराज, धारूलाल, महिला कांस्टेबल ममता शामिल रहे।