आनासागर बर्ड पार्क में करीब 1 करोड़,तोपदड़ा स्कूल में 55 लाख,सावित्री स्कूल में 65 लाख,केईएम में करीब 68 लाख रुपए का फायदा ठेकेदारों को दिया गया है। जीएसटी लगने के बाद आनासागर बर्ड पार्क 6.44 करोड़,केईएम भवन 4.45 करोड़,तोपदड़ा स्कूल 3.6 करोड़ एवं सावित्री स्कूल 4.3 करोड़ रुपए सहित कुल लागत राशि 18.79 करोड़ का भुगतान करना होगा।
पुरानी विश्रामस्थली पर लेक फ्रंट डवलपमेंट बर्ड पार्क का निर्माण कर रहे निरानियां कंस्ट्रक्शन कम्पनी ने स्मार्ट सिटी के मुख्यअभियंता को पत्र लिखकर शीघ्र भुगतान की मांग के साथ ही जीएसटी का बिल भी प्रस्तुत किया गया है। ठेकेदार के अनुसार भुगतान दिया जाए जिससे लेबर,मैटेरियल सप्लायर तथा जीएसटी का भुगतान किया जा सके।भुगतान नहीें होने पर काम में देरी की जिम्मेदारी विभाग की होगी।
स्मार्ट सिटी के अधिकतर टेंडर,टेंडर शर्तों के कारण विवादास्पद हो रहे हैं। स्मार्टसिटी में मुख्य लेखाधिकारी सहित अकाउंट की विंग होने,चीफ इंजीनियर,एडिशनल चीफ इंजीनियर सहित अन्य अभियंताओं की फौज होने के बावजूद विभिन्न प्रोजेक्टों की टेंडर प्रक्रिया में गड़बडिय़ां सामने आ रही है हैं। मनमानी शर्तो के कारण टेंडरों के साथ ही प्रोजेक्टों को भी निरस्त करना पड़ रहा है। ठेकेदारों द्वारा लीगल नोटिस दिए जा रहे हैं चिल्ड्रेन पार्क,जेएलएन मेडिसिन ब्लॉक,पटेल स्टेडियम,गांधी स्मृति स्मारक,आनासागर स्केप चैनल इसके उदाहरण हैं। पूर्व एसीईओ द्वारा भी विभिन्न टेंडर शर्तों में किए गए बदलाव को सक्षम स्तर से अप्रूवल नहीं लिए जाने के कारण यूओ नोट जारी किया था।
स्टीमेटेड कॉस्ट में टेक्स शामिल था। थोड़ा कन्फूजन था,ठेकेदारों को कनवींस कर दिया गया है। अनिल विजयवर्गीय,मुख्य अभियंता,स्मार्टसिटी अजमेर read more: ‘जनसेवा ’के साथ पद का दुरुपयोग भी कर रहे हैं जनप्रनिधि