राष्ट्रीय और अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर महात्मा गांधी की 150 वीं जन्म जयंती मनाई जा रही है। इसके तहत एक साल तक स्कूल, कॉलेज और विश्वविद्यालयों, सामाजिक संस्थाओं, गैर सरकारी संगठन और केंद्र/राज्य सरकार के स्तर पर कार्यक्रमों की शुरुआत की गई है।
महर्षि दयानंद सरस्वती विश्वविद्यालय भी इसमें जुड़ गया है। यहां विभागवार जारी होने वाले पत्रचारों में अब गांधीजी के प्रसिद्ध कथन, वाक्य लिखे जाएंगे। कुलपति प्रो. कैलाश सोडाणी ने इसकी स्वीकृत प्रदान की है।
प्रत्येक विभागों में लगवाएंगे कथन
डीन छात्र कल्याण कार्यालय ने सभी शैक्षिक और प्रशासनिक विभागों में महात्मा गांधी के प्रसिद्ध कथन, सूत्रों पर आधारित प्लेट बनवाई है। इन्हें विभागाध्यक्षों, अधिकारियों को सौंपा जाएगा। सभी विभागों में यह प्लेट लगाई जाएंगी ताकि विद्यार्थियों, शिक्षकों, अधिकारियों, कार्मिकों और आगंतुकों को प्रेरणा मिले।पुस्तकालय में गांधी चेयर : केंद्रीय पुस्तकालय में विशेष गांधी चेयर बनाई गई है।
यहां महात्मा गांधी से जुड़ी पुस्तकें, साहित्य, पत्र-पत्रिकाएं एक साथ उपलब्ध कराई गई हैं। विद्यार्थी-शोधार्थी, शिक्षक इनका अध्ययन कर सकेंगे। इसके अलावा विश्वविद्यालय ने कुलपति सचिवालय, महाराणा प्रताप, चाणक्य और अन्य भवनों में गांधीजी के सात विशेष कथनों पर आधारित पेम्फ्लेट भी लगवाए हैं।
किसानों को होगा या नहीं फायदा, सीएम तो कर चुकी ये बड़ा ऐलान गौरव यात्रा के समापन पर कायड़ विश्राम स्थली में आयोजित सभा में मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने ग्रामीण क्षेत्र में सामान्य श्रेणी के कनेक्शन वाले किसानों को मुफ्त बिजली देने का ऐलान किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि किसानों की आय में बढ़ोतरी के लिए यह ऐतिहासिक कदम है।
हालांकि सीएम ने घोषणा तो कर दी, लेकिन विधानसभा चुनाव की आचार संहिता लग चुकी है। यह लागू होगी या नहीं यह बड़ा सवाल है। राजे ने कहा था कि मोदी ने देश के गौरव को बढ़ाया है, जो गोल्डन पीरियड अभी हमने देखा है वो 50 साल कांग्रेस की सरकारों में कभी नहीं देखा गया। राजे ने कहा कि अब भारत महाशक्ति बनकर सामने आया है। मुख्यमंत्री ने अपने कार्यकाल की उपलब्धियां बताते हुए कहा कि हमने लघु सीमान्त किसान के 50 हज़ार रुपए का कर्जा माफ किया। वहीं 30 लाख लोगों को 9 हज़ार करोड़ रुपए बांटे। फसल बीमा योजना के तहत 30 हजार करोड़ रुपए बांटने का काम किया है। किसान के नुकसान पर 50 प्रतिशत को 35 प्रतिशत कर मुआवजा देने के लिए कहा गया। कांग्रेस के नेता अब सवाल कर रहे हैं