राष्ट्रीय बीज निगम (एनएससी) से प्रमाणित ज्वार के बीज के घटिया एवं कम गुणवत्ता के चलते अजमेर जिले की श्रीनगर पंचायत समिति के कई गांवों के किसान उत्पादन नहीं होने से खून के आंसू बहाने को विवश हैं। कृषि विभाग के अधिकारियों एवं कृषि पर्यवेक्षकों की ओर से किसानों को खरीफ की फसल बुवाई से पूर्व ज्वार के लिए सीएसवी-27 किस्म का बीज लेने एवं इसके बुवाई की सलाह दी गई।
विभाग की ओर से प्रमाणित बीज अनुदान के तहत राष्ट्रीय बीज निगम के अधिकृत विक्रेता चतुर्भुज किसान एग्रो प्रोड्यूसर कंपनी लि.श्रीनगर बलवंता चौराहा अजमेर से रियायती दर पर खरीदा गया। करीब 70 से 80 किसानों ने कई क्विंटल बीज रियायती दर पर खरीद कर बुवाई कर दी।
——–यह किए गए थे दावे बीज की बुवाई के दौरान किसानों को दावा किया गया कि ज्वार के उत्पादन के साथ उसकी बढ़वार करीब 10 से 12 ऊंचाई तक होगी। मगर चार फीट से ऊपर बढ़वार नहीं हुई। घटिया बीज की सर्वाधिक मार मुहामी, लाडपुरा, भूडोल, गगवाना, बीर, दांता, श्रीनगर, बलवंता, गोडियावास, गुढ़ा आदि गांवों के किसानों पर पड़ी है।
किसानों ने खेत पर जताया आक्रोश :
पूनम कच्छावा, नागू गहलोत, गोवर्धन यादव, मंगलचंद कच्छावा, भंवरलाल यादव, राजेन्द्र सिंह रावत, दीपक सिंह, श्रवणनाथ, कोयलदेवी, शंकर, बन्नासिंह, रामराज सहित किसानों ने गगवाना स्थित ज्वार के खेत पर प्रदर्शन कर आक्रोश जताया।
व्यक्तिगत रूप से भी ज्वार के बीज की गुणवत्ता को लेकर शिकायत आई है। कृषि अधिकारियों ने विजिट की है। फील्ड विजिट करवाकर रिपोर्ट तैयार की जाएगी।-वी.के. शर्मा, उप निदेशक कृषि (विस्तार) अजमेर किसानों की शिकायत के बाद बीज की जांच के लिए राष्ट्रीय बीज निगम को पत्र लिखा है। निगम के अधिकारियों ने फील्ड विजिट भी की है। कुछ जगह इसी लॉट का बीज सप्लाई हुआ है मगर वहां स्थिति ठीक है। बीज की पैकिंग या किसी वजह से ही गुणवत्ता प्रभावी हुई है तो जांच में स्पष्ट हो जाएगा। हमारी कंपनी किसानों के समूह से बनी हुई है।
-रूपेश टांक, सीईओ, चतुर्भुज किसान एग्रो प्रोड्यूसर कंपनी
ज्वार की सीएसवी-27 किस्म की बुवाई करने वाले किसानों के खेतों में फसल में बढ़वार नहीं हुई है। किसानों की शिकायत को उच्चाधिकारियों से की गई है। -मुजीबुर्रहमान, कृषि पर्यवेक्षक भूडोल