कई स्थानों पर स्वागत
बारात का दिगम्बर जैन चन्द्रप्रभु चैत्यालय समेत शहर के कई स्थानों पर स्वागत किया गया। बारात के लवाजमे में नेमिनाथ भगवान का रथ, सुसज्जित बग्घियों में परिवार के साथ उनके पिता महाराजा समुद्र विजय व राजा उग्रसेन, गोपियों व रानियों के साथ श्रीकृष्ण, मित्रों के साथ दूल्हा राजकुमार नेमिकुमार, सखियों के साथ दुल्हन राजकुमारी राजुल, मंत्री, राज ज्योतिषी, सेनापति, महापुरुषों की वेशभूषा में सुसज्जित बालक, सोलह सतियां, विभिन्न वेशभूषा में सुसज्जित बाराती, रंगोली, कुचीपुड़ी नृत्य, बैनर, इन्द्रध्वजा, ध्वजपताका धारण कर दो अश्वरोही, कच्छी घोड़ी नृत्य, अलगोजा मंडली, मंगल कलश, जैन ध्वज लेकर महिलाएं, बच्चों द्वारा घोष वादन, बैण्ड, शहनाई, ढोल, परमात्मा का रथ आदि आकर्षण का केन्द्र रहे।
बैनर का अनावरण क्रेन से किया
शीतलनाथ नवयुवक मण्डल की ओर से लक्ष्मीनाथ मंदिर के सामने नेमिनाथ भगवान के बैनर का अनावरण क्रेन से किया गया। मुख्य कार्यक्रम स्थल गोशाला सत्संग भवन पहुंचने पर नेमिकुमार की बारात का साध्वी सौम्य प्रभा की अगुवाई में मोतियों की माला, रत्नों के तिलक एवं सुगंधित व सुवासित प्रसाधनों से स्वागत किया गया। रीति रिवाजों के अनुसार वधु पक्ष की ओर से दूल्हे बने नेमिकुमार व बारात की अगवानी की गई। इसके बाद पांडाल में उनके जीवनवृत्त पर नाटिका का मंचन किया गया। नाटिका मंचन के दौरान बीकानेर के अजय सिंह ने भजनों की स्वर लहरियां बिखेरी। मंच संचालन बीकानेर के जीतू कोचर ने किया।
अतिथियों का किया अभिनन्दन
इस दौरान रूपचन्द महावीर प्रसाद खटोड़, ज्ञानचन्द मुकेश कुमार धूपिया, मनोज कुमार पुनीत कुमार सेठी एवं टीकमचन्दनिहालचन्दपाड़लेचापाड़लिया अतिथि रहे। राजेन्द्र धूपिया, लालचन्द ताथेड़, राजेन्द्र कोठारी, लाभचन्द धूपिया, खेमचन्द ताथेड़, सुरेन्द्र धूपिया व अशोक लोढ़ा आदि ने अतिथियों का अभिनन्दन किया।
माता पिता बनने का सौभाग्य
नाटिका में नेमिकुमार बनने का सौभाग्य अमित चौरड़िया व उनके माता पिता बनने का सौभाग्य रेशमा सिंघवी व जितेन्द्र सिंघवी, राजुल बनने का सौभाग्य दीपशिखा चौरड़िया एवं उनके माता पिता बनने का सौभाग्य सरोज व महेन्द्र धम्माणी, श्रीकृष्ण बनने का सौभाग्य अंकिता ताथेड़, महामंत्री बनने का सौभाग्य नवीन ताथेड़ एवं राज ज्योतिषी बनने का सौभाग्य अतुल धूपिया ने प्राप्त किया। नेमिकुमार की बारात का सौभाग्य जितेन्द्र कुमार, जतिन कुमार, अभिनव कुमार सिंघवी परिवार को प्राप्त हुआ।
सामाजिक संगठनों ने किया सहयोग
सुबह की नवकारसी सुभाष चन्द अमित कुमार चौरड़िया एवं गौतम प्रसादी का लाभ रिखबचन्द महेन्द्र कुमार धम्माणी ने प्राप्त किया। भगवान को पूगने का लाभ विजय सिंह अशोक कुमार धूपिया, द्वारिका नगरी का उद्घाटन का लाभ खेमचन्द लोढ़ा एवं ध्वजारोहण का लाभ टीकमचन्दनिहाचन्द को प्राप्त हुआ। आयोजन में जैन समाज के विभिन्न मंडलों, महिला मण्डलों, नवयुवक मण्डलों एवं सामाजिक संगठनों ने सहयोग किया।