पुलिस के अनुसार ठगी की वारदात रामगंज निवासी लक्ष्मीनारायण बेण्डवाल के साथ पेश आई। लक्ष्मीनारायण बाजार से पूजा सामग्री लेकर घर लौट रहा था। तभी हजारी बाग के निकट एक किशोर ने उसे रोक लिया। किशोर ने लक्ष्नीनारायण से जयपुर जाने का रास्ता पूछा। लक्ष्मीनारायण ने उसे गलत दिशा में आने की बात कही तभी उसका दूसरा साथी भी पहुंच गया। उसने लक्ष्मीनारायण के कंधे पर हाथ रखते हुए को किशोर को रास्ता बताने की बात कही। किशोर ने लक्ष्मीनारायण को एक थैली से टिब्बा निकालकर थमा दिया। इसके बाद लगातार उसको देख हुए बातचीत करने लगा।
होश आया तो लूट का एहसास कुछ देर बाद जब उसको होश आया तो पाया कि उसके गले की चेन नदारद है। उसने रूमाल खोलकर देखा तो उसमें सिर्फ पत्थर के सिवा कुछ भी नहीं था। वह दौडकऱ हजारी बाग पहुंचा लेकिन आरोपित तब तक रफ्फू चक्कर हो चुके थे। वह क्लॉक टावर थाने शिकायत देने पहुंचा लेकिन यहां मौजूद अधिकारियों ने उसका घटनास्थल रामगंज थाना क्षेत्र का बताता हुए टाल दिया। वहां से वह सीधा रामगंज थाने पहुंचा। जहां घटनास्थल का पता करते हुए उससे शिकायत ले ली। पुलिस आरोपितों की तलास में जुटी है।
सवा लाख रुपए की चेन
लक्ष्मीनारायण ने बताया कि उसने तीन साल पहले सोने की चेन बनवाई थी। जिसकी कीमत करीब सवा लाख रुपए थी। लुटेरे उसके हाथ से खड़ी भी खुलवा कर ले गए। उसने बताया कि शातिर ठगों ने उसको बेग में नोट भरे होने की भी बात कही लेकिन जब उसको होश आया तब न तो नोट थे न ही बेग नजर आया। लुटेरे उसकी घड़ी और चेन चुरा ले गए। पुलिस ने पीडि़त की शिकयात पर मामला दर्जकर लिया है।
सीसीटीवी में तलाश वारदात पेश आने के बाद पुलिस अभय कमांड सेंटर में लगे सीसीटीवी कैमरे खंगाल रही है। खास बात यह है कि जहां वारदात अंजाम दी वहां सीसीटीवी कैमरे नहीं लगे है। यानी ठगों को इस बात का पता है कि यहां कैमरे नहीं है। ऐसे में उनकी वारदात अंजाम देने के बाद पहचान भी नहीं होगी। जबकि लक्ष्मीनारायण के मुताबिक एक युवक की उम्र करीब 21 से 25 साल है जबकि दूसरे की उम्र लगभग 17 से 20 साल है। पुलिस मामले की गहनता से पड़ताल में जुटी है।