किसान करीब 10 से 15 प्रतिशत तक पैसा वापस खर्च करके जाते है। नकद भुगतान नहीं होने से यह व्यापार प्रभावित होगा। किशनगढ़ के आसपास के क्षेत्र के किसान तो वापस आ सकते है। लेकिन दूर के किसान अपने पास स्थित बाजारों से ही खरीददारी को तरजीह देते है। हालांकि अगले वर्ष इसमें सुधार की उम्मीद है।
मूलचंद तोषनीवाल, खाद बीज के व्यापारी