रोज होता है नयनाभ्रिाम शृंगार
अंकुर मित्तल ने बताया झरनेश्वर महादेव मंदिर में सुबह 4 बजे से पूजा प्रारंभ हो जाती है। भक्त महादेव की पूजा अर्चना के बाद चंदन, केसर, अबीर, गुलाल, तरह-तरह के फूलों से महादेव का शृंगार करते हैं।
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इसलिए बनाई कम्यूनिटी
सावन में अधिकाधिक लोग दर्शन करना चाहते हैं। पहले दर्शनार्थियों के अलग-अलग ग्रुप बनाए जाते थे। अब भक्तों ने तकनीकी इस्तेमाल से कम्यूनिटी बना ली है। इसमें 50 ग्रुप में एकसाथ सूचना भेज सकते हैं। झरनेश्वर महादेव, इंद्रकोट अजमेर नाम से कम्यूनिटी ग्रुप बनाया गया है । श्रावण में फेसबुक, यू-ट्यूब, वॉट्सएप, वीडियो कॉल से भोलेनाथ के दर्शन कराए जा रहे हैं।
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सलेक्ट होती हैं चार फोटो
कम्यूनिटी ग्रुप में पोस्ट के लिए सुबह शृंगार करने के बाद श्रद्धालु को फोटो भेजते हैं। करीब चार से पांच सौ फोटो पहुंचती हैं। इनमें से चार या पांच फोटो सलेक्ट होती हैं। इसके बाद इन्हें पोस्ट किया जाता है। शृंगार करने वाले भक्तों में भी उत्साह रहता है कि उनके किए शृंगार की फोटो व वीडियो आज पूरे शहर में जाएगा। भक्तों के मोबाइल में स्टेटस के लिए भी वीडियो भेजा जाता है। यह करीब एक लाख से ज्यादा लोगों तक पहुंचते हैं।