नरेंद्र पोसवाल दौसा जिले के नारायणपुरा का रहने वाला है। वह राजकुमारी के बांदीकुई से चुनाव लडऩे के दौरान उनसे जुड़ा था। वह सामान्य कार्यकर्ताओं की तरह उनके चुनाव में भीड़ जुटाने, गांव-गांव जनसंपर्क और अन्य कार्य करता था। राजकुमारी के राजस्थान लोक सेवा आयोग में सदस्य बनने के बाद वह कई बार अजमेर आया है।
नरेंद्र पहले अलवर-सिकंदरा मेगा हाइवे स्थित स्टेट टोल पर कामकाज करता था। वह कई साल तक इस टोल पर तैनात रहा। करीब तीन-चार साल पहले वह जयपुर-आगरा नेशनल हाइवे टोल पर नौकरी पर लगा। इस टोल पर सुरक्षाकर्मी उपलब्ध कराने का ठेका राजकुमारी के भाई सुरेंद्र हर्षाणा की कम्पनी यूएस इंडिया हॉरिजोन प्रा.लिमिटेड के पास है।
नरेंद्र दौसा-बांदीकुई इलाके में खुद को राजकुमारी का कथित पीए बताता रहा है। वह राजकुमारी और उनके पति भैरोसिंह के दौसा आने पर अतिथि-सत्कार और सामान्य बंदोबस्त करता है। एसीबी ने नरेंद्र के गुर्जर परिवार से नजदीकी, क्षेत्र में सक्रियता को भी जांच के एंगल में शामिल किया है।
राज्य में 2013 में विधानसभा चुनाव हुए थे। इसमें भाजपा ने पूर्व मंत्री नाथूसिंह गुर्जर की पत्नी डॉ. अलका सिंह गुर्जर को बांदीकुई से टिकट दिया। राजकुमारी ने भाजपा के समर्थन में प्रचार-प्रसार किया। उस चुनाव में डॉ. अलका विजयी रही थीं। राजकुमारी को इसका तोहफा राजस्थान लोक सेवा आयोग में सदस्य बनाकर दिया गया था।