सरकार की ओर से अजमेर भले ही धीरे-धीरे स्मार्ट सिटी बनाया जा रहा है। लेकिन पानी के टैंकर बेचने वाले स्मार्ट हो गए है। साइट पर दिए विज्ञापन पर फोन करके पानी मंगवा सकते है। हालांकि बोरिंग के लिए सरकार की ओर से निर्धारित मापदंड हैं। इसके लिए लम्बी प्रक्रिया निर्धारित है और जिला कलक्टर की अनुमति ली जाती है। उसके बाद भूजल विभाग की ओर से सर्वे रिपोर्ट आने के बाद बोरिंग खोदने की स्वीकृति दी जाती है। इसके बावजूद अवैध रूप से बोरिंग खोदे जा रहे हैं। हाल ही में दरगाह क्षेत्र में भी बोरिंग खोदने का मामला सामने आया था।
दरगाह क्षेत्र में सबसे ज्यादा भाव पानी की मांग जिस क्षेत्र में ज्यादा है वहां टैंकर के भाव भी ज्यादा हैं। सबसे ज्यादा पैसे दरगाह बाजार क्षेत्र में लिए जा रहे है। यहां एक टैंकर के 7 सौ से 8 सौ रुपए लिए जा रहे हैं। जायरीन की संख्या बढऩे पर टैंकर के भाव भी बढ़ जाते हैं। यहां पहले से ही गेस्टहाउस और होटल में ट्यूबवैल खुदवा कर पानी का अवैध रूप से दोहन किया जा रहा है। जिन गेस्टहाउस में बोरिंग नहीं है वहां पानी टैंकरों से काम चलाया जा रहा है।
रामगंज क्षेत्र में साढ़े चार सौ रामगंज, सुभाष नगर, चंदवरदायी नगर क्षेत्र में टैंकर की रेट ज्यादा है। यहां एक टैंकर के साढे चार सौ रुपए लिए जा रहे हैं, जो शहर में दूसरे नंबर पर है।
कॉलोनियों में कम, शहर में ज्यादा वैशाली नगर, अलखनंदा कॉलोनी, हरिभाऊ उपाध्याय नगर, बीके कौल नगर, फॉयसागर रोड, गुलाबबाड़ी और क्षेत्र में एक टैंकर के लिए तीन सौ रुपए लिए जा रहे हैं। वहीं पुरानी मंडी, नया बाजार, डिग्गी बाजार सहित परकोटे के क्षेत्र में टैम्पो वाले टैंकर के लिए तीन सौ रुपए लिए जा रहे हैं, जो ट्रैक्टर से काफी छोटा होता है।