बोर्ड के राजीव गांधी सभागार में आयोजित प्रशिक्षण कार्य गोष्ठी में सभी जिलों के संदर्भ व्यक्तियों को परीक्षा प्रक्रिया की जानकारी दी जा रही है। यह संदर्भ व्यक्ति अपने-अपने जिलों में परीक्षा केन्द्र के अधीक्षकों को प्रशिक्षण देंगे। बोर्ड सचिव ने कहा कि राजस्थान बोर्ड की विश्वसनीयता पूरे देश में है लिहाजा बोर्ड कार्मिक भी सब चलता है की मनोवृति को त्याग दें और बोर्ड की विश्वसनीय को बरकरार रखने के लिए पूरा योगदान दें।
बोर्ड विशेषाधिकारी अरविन्द कुमार सेंगवा ने कहा कि बोर्ड परीक्षाओं के सफल संचालन का पहला दायित्व संदर्भ व्यक्तियों का है क्योंकि वे ही अपने क्षेत्र के केन्द्राधीक्षकों को परीक्षाओं के सफल संचालन के लिये प्रशिक्षित करेंगे। उन्होंने कहा कि प्रश्न-पत्रों की सुरक्षा सबसे महत्वपूर्ण है। किसी भी केन्द्र पर गलत प्रश्न-पत्र खुलने से लाखों विद्यार्थियों व अभिभावकों पर विपरीत प्रभाव पड़ता है।
प्रश्न-पत्र रखेंगे थानों में बोर्ड निदेशक गोपनीय जी.के. माथुर ने कहा कि राज्य के अधिकांश परीक्षा केन्द्रों के प्रश्न-पत्र निकटवर्ती थानों में रखने की व्यवस्था की गई है। बोर्ड प्रश्न पत्रों की सुरक्षा को सर्वोच्च महत्व दे रहा है। केन्द्राधीक्षकों की महत्ती जिम्मेदारी है कि वे प्रश्न पत्र का लिफाफा खोलने में पूरी सावधानी बरते। छोटी सी चूक से पूरी परीक्षा व्यवस्था चरमरा सकती है। इस अवसर पर वित्तीय सलाहकार आनंद आशुतोष, उपनिदेशक राजेन्द्र गुप्ता, कमल गर्ग, शिवशंकर अग्रवाल, राजेश निर्वाण, सहायक निदेशक रमेश जैन सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे।