ये लोग दे सकेंगे दो बार परीक्षा
ऐसे छात्र जो अपने रिजल्ट में सुधार करना चाहेंगे, वे भी दोनों सेशन की परीक्षाओं में भाग ले सकेंगे। दोनों ही परीक्षाओं में छात्र अपना श्रेष्ठ स्कोर चुन सकेंगे। नीट में इस साल हुई किरकिरी के बाद नेशनल टेस्टिंग एजेंसी मेडिकल और डेंटल कॉलेज प्रवेश परीक्षा साल में दो बार कराने पर विचार कर रही है।
हिंदी में पाठ्यक्रम की कवायद
देश के इंजीनियरिंग संस्थानों में अंग्रेजी के अलावा हिंदी में पाठ्यक्रम बनाने की कवायद चल रही है। अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद बी.टेक के प्रथम सेमेस्टर में नया पाठ्यक्रम लागू करेगा। अंग्रेजी की तरह पूरे देश में 70 प्रतिशत पाठ्यक्रम एक जैसा होगा। 30 प्रतिशत पाठ्यक्रम में संबंधित राज्य स्थानीय और औद्योगिक आवश्यकताओं के अनुसार बदलाव कर सकेंगे। बी. टेक की पढ़ाई के दौरान 20 प्रतिशत कक्षाएं ऑनलाइन होंगी।
यूजी में भी साल में दो बार परीक्षाएं
यूजी तृतीय वर्ष में सेमेस्टर सिस्टम : सत्र 2023-24 में प्रथम वर्ष में सेमेस्टर सिस्टम लागू हुआ था। सत्र 2024-25 में द्वितीय वर्ष में इसकी शुरुआत हुई है। 2025-26 में तृतीय वर्ष में इसके तहत साल में दो बार परीक्षाएं होंगी।