देर से मिली शिकायत एसपी राष्ट्रदीप के अनुसार पीडि़ता व उसके परिजन ने मामले में 30 जून को शिकायत दी जबकि वारदात 12 जून को पेश आई। पुलिस को मामले में शिकायत देर से किए जाने के पीछे डर था या कोई अन्य कारण। यह पुलिस पड़ताल का विषय है।
मुकदमा दर्ज होने के बाद से फोन बंद इधर भाजपा नेता और पूर्व उप महापौर पर लगे आरोपों पर शहर में चर्चा जोरों पर है। जहां मंगलवार को आर्य के जल्द ही अदालत में सरेंडर कर पुलिस अनुसंधान में सहयोग करने की चर्चा थी। जबकि उनके नजदीकी व्यक्तियों का कहना है कि आर्य अग्रिम जमानत के प्रयास में हैं। खास बात यह है कि भाजपा नेता सोमरत्न आर्य 30 जून तक शहर में बैडमिंटन प्रतियोगिता व रक्तदान शिविर में मौजूद थे। देर रात क्रिश्चियनगंज थाने में मुकदमा दर्ज होने के बाद मोबाइल स्विच ऑफ हो गया था। जबकि इसके पहले आरोपी कई कार्यक्रमों में भी गया था। सोशल मीडिया पर भी सक्रिय था।