पीछे से हेलमेट पहने दो बाइक (
bike) सवार ने अचानक कार को पीछे से टक्कर मारी। इस पर परिहानी ने कार को सड़क किनारे लगाया और दरवाजा लॉक कर पीछे देखने गया। दोनों बाइक सवार ने कार ढंग से नहीं चलाने और पैर पर टायर चढ़ाने की बात कहते हुए परिहानी को बातों में उलझा दिया। इसी दौरान उनमें से एक ने अचानक ड्राइवर साइड का शीशा तोड़कर सीट के नीचे रखा 4.60 लाख रुपए का बैग निकाल लिया।
बैग लेकर रफूचक्कर कैश का बैग हाथ में आते ही बाइक सवार लुटेरा तत्काल कार तक पहुंच गया। परिहानी कुछ संभाल पाता उससे पहले दोनों लुटेरे बाइक पर बैठकर चंपत हो गए। परिहानी के शोर मचाने तक लुटेरे आंखों से ओझल हो गए। परिहानी की सूचना पर पुत्र भरत तत्काल मौके पर पहुंचा। साथ ही क्रिश्चियगंज थाना पुलिस भी पहुंच गई।
कमांड सेंटर पर किया चैक पुलिस ने पहले जवाहर रंगमंच के आसपास के क्षेत्र में पूछताछ की। बाद में परिहानी और उनके छोटे पुत्र चंद्रप्रकाश को लेकर अभय कमांड सेंटर पहुंची। यहां विभिन्न एंगल से कैमरे की डिटेल चैक की गई। पुलिस ने विभिन्न इलाकों में नाकाबंदी भी करवाई लेकिन लुटेरों का कोई सुराग नहीं मिल पाया।
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चोरों ने तोड़ा कार का कांच, उड़ा ले गए दस लाख रुपए दुकान से कर रहे थे रेकी! परिहानी के पुत्र भरत ने बताया कि घटना के बाद एक मेडिकल छात्र मौके पर पहुंचा। उसने बताया कि बजरंगगढ़ के निकट सीताराम मंदिर से ही दोनों लुटेरे कार के साथ बाइक दौड़ा रहे थे। वे बार-बार हाथ से कार के पिछले हिस्से पर जोर-जोर थपकियां मारते दिख रहे थे।कार से आते-जाते हैं परिहानीपरिहानी कई साल से कार ड्राइव कर रहे हैं। वे नियमित रूप से कार से दुकान आते-जाते हैं। साथ ही रोजाना का कैश कलेक्शन बैग भी साथ रखते हैं। यह कलेक्शन दूसरे दिन बैंक में जमा कराया जाता है।
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मनी एक्सचेंज व्यवसायी मनीष मूलचंदानी हत्याकांड का पर्दाफाश, तीन गुर्गे गिरफ्तार, सरगना की तलाश इससे पहले भी हुई वारदात 15 मार्च 19 को जयपुर रोड स्थित एक होटल के मालिक विजय की लग्जरी कार खड़ी थी। लुटेरे दिनदहाड़े कार का शीशा तोड़कर 10 लाख रुपए का बैग ले उड़े थे। इस दौरान उर्स में आए खुफिया अधिकारी होटल में ठहरे हुए थे।
-21 फरवरी 19 को मनी एक्सचेंज व्यवसायी मनीष मूलचंदानी की दुकान पर एक गैंग में शामिल लुटेरे दिनदहाड़े कैश लूटकर भाग गए थे। मनीष के लुटेरों को पकडऩे का प्रयास करते देख सरगना रणजीत (रणसा) ने उस पर फायर कर दिया था। इससे मनीष की तत्काल मौत हो गई। बीती 16 जुलाई को पुलिस ने गैंग के गुर्गों को गिरफ्तार किया है।
-10 मई 19 को लक्ष्मीनारायण बैंडवाल के साथ लूट की वारदात हुई। किशोर और लुटेरे उसे बातों में उलझाकर सवा लाख की सोने की चेन और हाथ घड़ी उड़ा ले गए थे। -8 सितम्बर 2010 को सराधना के निकट अशोक मिडवे पर मेहसाणा निवासी अल्पेश कुमार का दिल्ली के लुटेरों ने अपहरण कर लिया था। लुटेरे अल्पेश को खोड़ा गणेश के निकट बांधकर 20 लाख रुपए का बैग लेकर रफूचक्कर हो गए थे। इस गैंग को पिछले साल 19 अप्रेल को पुलिस ने गिरफ्तार किया था।