मामले के अनुसार गत 31 जनवरी को पिपलिया रोड गोविंदगढ़ निवासी रामदयाल उर्फ देवाराम जाट ने जसवंतपुरा निवासी अलका कुमावत को घर से भगाकर 7 फरवरी को लव मैरिज करते हुए 15 फरवरी को जिला पुलिस अधीक्षक अजमेर के समक्ष दोनों ने पेश होकर साथ रहने की इच्छा जताते हुए सुरक्षा की गुहार लगाई। जिला पुलिस अधीक्षक अजमेर से मिले निर्देशों के बाद पीसांगन थानाधिकारी लक्ष्मण सिंह राजावत ने प्रेमी युगल के बयान लेकर जिला उप दंड नायक समदर सिंह भाटी के समक्ष पेश किया। जहां पर प्रेमी युगल ने एक दूसरे के साथ जीने मरने की कसमें खाते हुए साथ रहने की इच्छा जताई।
प्रेमी युगल के बयानों के बाद उपदंड़ नायक भाटी ने पुलिस को प्रेमी युगल को सुरक्षित प्रेमी के घर तक रवानगी देने के निर्देश दिए। तब से ही प्रेमी युगल गोविंदगढ़ स्थित मकान में साथ साथ रह रहे थे। थानाधिकारी राजावत ने बताया कि पीड़ित किशन के द्वारा दी रिपोर्ट के अनुसार दोपहर को लड़की के परिजनों सहित करीब 15-20 जनें लोडिंग वाहन में सवार होकर पिपलिया रोड स्थित प्रेमी के घर पहुंचे और दरवाजा तोड़कर घर मे घुस गए। जहां पर इन लोगों ने तलवारों लाठियों सरियों से लैस होकर घर मे मौजूद प्रेमी रामदयाल, उसके बड़े भाई किशन की आंखों में लाल-मिर्च पाउडर झोंककर ताबड़तोड़ मारपीट शुरू कर दी।
करीब आधा घण्टे तक मारपीट व घर मे तोडफ़ोड़ करते रहे। बीच बचाव के दौरान प्रेमी की मां मनभरदेवी से अश्लील हरकतें करते हुए मारपीट की जिससे वह भी चोटिल हो गई। रिपोर्ट में आरोप लगाया गया कि इसके बाद घर में मौजूद अलका को जबरन अगवा कर अपने साथ ले गए और जाते जाते घर मे रखे जेवरात आदि भी ले गए। मामले की सूचना पर उसका बहनोई लाडपुरा निवासी जितेंद्र घटना स्थल पर पहुंचा और लहूलुहान हालत में दोनों घायलों को पीसांगन चिकित्सालय पहुंचाया। जहां चिकित्सकों ने प्राथमिक उपचार के बाद दोनों घायलों को गंभीर हालत में अजमेर रैफर कर दिया। वही चिकित्सालय पहुंचे थानाधिकारी लक्ष्मणसिंह ने भो किशन की रिपोर्ट पर मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी।
फोटो— प्रतीकात्मक तस्वीर