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संदिग्ध मामलों की जांच में पकड़ा मामला
अनुसंधान अधिकारी अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक(शहर) महमूद खान ने बताया कि आयोग के अनुभाग अधिकारी नमन शर्मा ने 14 दिसम्बर शाम को सिविल लाइन पुलिस थाने में प्रकरण दर्ज करवाया। जिसमें बताया कि वरिष्ठ अध्यापक भर्ती परीक्षा 2022 में संस्कृत विषय के लिए 26 दिसम्बर 2022 और सामान्य ज्ञान विषय के 29 जनवरी 2023 को आयोजित कराई थी। 23 अगस्त तक विचारित सूची के अभ्यर्थियों की पात्रता जांच के बाद 1783 को मुख्य सूची में सफल घोषित करने के साथ ही 19 अभ्यर्थियों की अभिस्तावना संदेह के आधार पर रोकते हुए जांच की गई। जांच में दौसा लालसोट निवासी रामप्रसाद मीणा (38) पुत्र रामसहाय मीणा द्वारा स्वयं की जगह डमी अभ्यर्थी को बैठाना पता चला।
सुनवाई में नहीं दे सका जवाब
मूल अभ्यर्थी को गुरुवार को प्रकरण में सुनवाई में संतोषजनक जवाब नहीं दे सका। शुक्रवार दोपहर पुलिस ने आरोपी रामप्रसाद मीणा को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।
फोटो में की हेराफेरी
पुलिस पड़ताल में आया कि आरोपी मूल अभ्यर्थी रामप्रसाद (38) को 26 दिसम्बर 2022 को पहली परीक्षा के लिए राजकीय वरिष्ठ उपाध्याय संस्कृत विद्यालय पुराना चुंगी नाका, लालसोट रोड, दौसा व 29 जनवरी 2023 को आयोजित दूसरी परीक्षा के लिए संत सुन्दरदास राजकीय महिला कॉलेज गुप्तेश्वर रोड दौसा आवंटित किया गया था। आयोग की विस्तृत जांच में आवेदन-पत्र पर स्कैन और प्रवेश पत्र पर चिपकाए फोटो में फर्जीवाड़ा पाया गया।
5 लाख में सौदा…
आयोग की पड़ताल में आया कि ऑनलाइन रिकार्ड की जांच में मूल अभ्यर्थी के स्थान पर डमी अभ्यर्थी प्रवेश-पत्र की स्कैन फोटो बदलकर परीक्षा देने आ गया। रामप्रसाद मीणा ने बाडमेर के किसी व्यक्ति से पांच लाख रुपए में सौदा कर अपनी जगह परीक्षा में बैठाने का सौदा किया था। पुलिस डमी अभ्यर्थी की तलाश में जुटी है।
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इसी परीक्षा ने कराई थी किरकिरी
बीते वर्ष 24 दिसम्बर को सुबह 9 से 11 बजे वरिष्ठ अध्यापक संस्कृत की ग्रुप-सी की सामान्य ज्ञान परीक्षा होनी थी। उदयपुर में एक बस में पुलिस ने पेपर सॉल्व करते अभ्यर्थियों सहित गिरोह को पकड़ा था। इसके बाद आयोग को इस परीक्षा को निरस्त करना पड़ा था। मामले में 18 अप्रेल को आयोग के सदस्य बाबूलाल कटारा सहित उसके भांजे और ड्राइवर को एसओजी ने पेपर लीक मामले में गिरफ्तार किया था।