एसीबी की पड़ताल में सामने आया कि हैडकांस्टेबल सुनील कुमार ने परिवादिया से उसके खिलाफ दर्ज चोरी के मामले में राहत दिलाने के नाम पर रिश्वत की मांग की थी। आरोपी पूर्व में भी पीडि़ता से दो मर्तबा जयपुर में भी रिश्वत ले चुका था। आरोपी की डिमांड बढ़ती देख पीडि़ता ने एसीबी में शिकायत दी। परिवादियां की शिकायत पर एएसपी जयपुर एसीबी वंदना भाटी ने बुधवार को सत्यापन की कार्रवाई करने के बाद देर रात कार्रवाई को अंजाम दिया।
प्रारंभिक पड़ताल में आया कि हैडकांस्टेबल सुनील कुमार फिलहाल जोधपुर ट्रेनिंग सेंटर में पदोन्नति पर प्रशिक्षण ले रहा है। उसका गतदिनों हैडकांस्टेबल से एएसआई के पद पर पदोन्नति हुई थी। पदोन्नति के बाद वह जोधपुर में प्रशिक्षण ले रहा है लेकिन आरोपी प्रशिक्षण के दौरान भी परिवादियां पर दबाव बनाए हुए था। एसीबी ने बुधवार रात भी सुनील कुमार से सम्पर्क करने का प्रयास किया लेकिन उसका मोबाइल फोन स्वीच ऑफ हो गया।