दरगाह क्षेत्र, नला बाजार, देहलीगेट, मदारगेट, पुरानी मंडी, डिग्गी बाजार, पड़ाव, कवंडसपुरा, केसरगंज, स्टेशन रोड, नया बाजार, खाइलैंड मार्केट में तो स्थायी-अस्थायी अतिक्रमण की बाढ़ है। यहां दुकानदार अपनी दुकानों के आगे कई फीट तक सामान रख कर कब्जा जमा लेते हैं। इससे वाहनों की आवाजाही तो दूर की बात पैदल गुजरने तक में परेशानी का सामना करना पड़ता है। वाहनों की पार्किंग की एक बहुत बड़ी समस्या पैदा हो गई है।
वहीं तिपहिया वाहन और फल-सब्जी के ठेलेवाले जहां मर्जी बीच सडक़ पर कब्जा जमाए हुए देखे जा सकते हैं। ठेलेवालों की समस्या को लेकर अजमेर नगर निगम ने वेंडर और नॉन-वेंडर जोन निर्धारित किए थे। लेकिन उसकी भी पालना नहीं की जा रही और नो-वेंडर जोन में फल-सब्जी और चाट-पकौड़ी के ठेलेवाले खड़े देखे जा सकते हैं।
हर वक्त दुर्घटना का अंदेशा वेंडर और नो-वेंडर जोन की समस्या से अभी तक नगर निगम प्रशासन पार भी नहीं पा सका है कि फल-सब्जी वालों ने अब अतिक्रमण का नया तरीका निकाल लिया है। अब तक शहर के प्रमुख क्षेत्रों की सडक़ों के डिवाइडर दुर्घटनाएं रोकने के काम आते थे
अब वहीं सब्जी वालों ने डिवाडरों पर भी कब्जा जमाना शुरू कर दिया है। अजमेर के शालीनगर में माकड़वाली मार्ग पर सडक़ के बीचोबीच सब्जी वालों ने कब्जा जमा लिया है।
यहां राह चलते लोग वहीं अपने वाहन रोक कर सब्जियां खरीदने लग जाते हैं। जबकि इस अत्यंत व्यस्त मार्ग पर जरा सा ध्यान चूकने पर दुर्घटना घटित होने का खतरा रहता है। लेकिन प्रशासन इस सबसे अंजान होकर जैसे किसी बड़ी दुर्घटना की राह देख रहा है।