दो सागरों को जोड़ती है बांडी नदी बांडी नदी फॉयसागर से आनासागर तक प्रवाहित होती है जिसमें ग्राम हाथीखेड़ा,बोराज,कोटड़ा एवं थोक तेलियान की भूमि आती है। नदी के दोनों तरफ आबादी बस गई है। कई जगह नदी पर आवाजाही के पुलिया व पक्के रास्ते भी बना लिए गए हैं। बांडी नदी के जरिए फायसागर का पानी बरसात के दिनों में ओवरफ्लो होकर आना सागर में पहुंचता है। इसके अलावा नाग पहाड़ का बरसाती पानी, प्रगति नगर,कोटड़ा था ज्ञान विहार कॉलोनी का बरसाती व नाले का पानी बांडी नदी के जरिए होते हुए आना सागर में पहुंचता है लेकिन अतिक्रमण के कारण बांडी नदी का अस्तित्व ही मिट रहा है। बांडी नदी फॉयसागर से आनासागर तक प्रवाहित होती है इसकी लम्बाई तीन किलोमीटर है।
दूसरा चरण पुष्कर फीडर की तरह स्मार्ट सिटी के तहत बांडी नदी को विकसित करते हुए इसके किनारे चौपाटी बनाई जाएगी। प्रथम चरण में इसके लिए 7 करोड़ रुपए मंजूर किए गए है। जबकि दूसरे चरण के लिए 10 करोड़ की डीपीआर तैयार की जा रही है। दूसरे चरण में बांडी नदी का विकास पुष्कर फीडर की तरह होगा। इसके दोनो किनारों पर तीन-तीन मीटर चौड़ाई में चौपाटी विकसित की जाएगी।