यह कहना है कि बाड़ी सदर थाने पर पूर्व दस्यु जगन की शिकायत लेकर पहुंचे गांव इब्राहिमपुर निवासी हथियार सिंह का। हथियार सिंह ने बताया कि सुबह से थाने पर पहुंच तो गए, लेकिन पूरी रात जगन की फायरिंग के बाद सभी लोगों की नींद उड़ गई, यहां पुलिस ने सुरक्षा के लिए कोई भी इंतजाम नहीं किए। गांव के लोग पूरी रात सुबह होने का इंतजार करते रहे कि सुबह होने पर थाने पहुंच कर शिकायत देंगे। लेकिन पुलिस ने मामले को गंभीरता से नहीं लिया और पीडि़त को वकील के पास शिकायत लिखवाने के लिए भेज दिया।
हर चेहरे पर जगन का खौफ
इब्राहिमपुर के वारदात के बाद जगन ने गांव सोने की गुर्जा पहुंच कर ग्रामीणों से मारपीट की। यहां पहुंचने पर कुछ ग्रामीण एकत्र होकर छप्पर के नीचे बैठे मिले। पत्रिका के पहुंचते हुए ग्रामीणों ने आपबीती घटना बताई। ग्रामीणों ने बताया कि घटना की सूचना पुलिस को भी दे दी गई है, लेकिन कोई भी पुलिस यहां नहीं पहुंची है। ग्रामीणों ने बताया कि गांव में बाड़ी सदर थाने की पुलिस चौकी भी बनी हुई है, लेकिन यहां पर कोई भी पुलिसकर्मी तैनात नहीं है। ऐसे में जगन गिरोह की ओर से फायरिंग के बाद गांव के बच्चे-बच्चे में खौफ का माहौल है। ग्रामीण से बातचीत में उनकी पीड़ा साफ नजर आ रही थी, महिलाएं भी किसी भी बात को बताने से कतरा रही है। जिस बच्ची के साथ जगन से मारपीट की, उसकी बच्ची किसी भी अजनबी को देखकर रोने लग पड़ी। बच्ची के परिजन ने बताया कि रात को जगन ने इसके साथ भी मारपीट की है, तभी से यह सहम गई है। परिजन ने बच्ची की चोटें दिखाने का प्रयास किया, लेकिन बच्ची के रो जाने पर चुप कराने में लग गए।