वित्तीय वर्ष 2019-20 में कुल बकाया 229.17 करोड में से 213.76 करोड़ सरकारी विभागों का ही बकाया रहा। अगर यह राशि भी वसूल कर ली जाती तो निगम लगभग 100 प्रतिशत की राजस्व वसूली कर लेता।
छीजत में आई कमी
निगम की वित्तीय वर्ष 2019-20 में छीजत (टीएंडडी)15.31 प्रतिशत रही जो की वित्तीय वर्ष 2018-19 की तुलना में 2.50 प्रतिशत कम है। इससे निगम को 300 करोड़ रुपए की बचत होगी। भाटी ने बताया कि सकल तकनीकी एवं वाणिज्यिक हानि (एटीएंडसी) भी 2018-19 की तुलना में 1.61 प्रतिशत घटकर 16.75 प्रतिशत रही।
ऑपरेशन नागौर nagaur सफल, 24.94 करोड़ की बिजली बची
भाटी ने बताया कि सबसे बड़ा चैलेंज बिजली चोरी रोकना था इनमे सबसे बड़ा अभियान नागौर जिले का था जहां बिजली चोरी,छीजत और बकाया के मामले सबसे अधिक थे। यहां बिजली छीजत में 6 प्रतिशत की कमी लाते हुए उपलब्धी हासिल की गई। इसके लिए अभियान चलाकर ड्रॉपिंग रिएक्टर लगाए,फीडर सेपरेशन,लोड बैलेंसिंग सहित अन्य नवाचार किए। नागौर की छीजत पिछले वर्ष की तुलना में 6.19 प्रतिशत कम हुई तथा पिछले वर्ष की तुलना में 24.94 करोड़ यूनिट बिजली बचाई गई।