राज्य के स्वास्थ्य विभाग के अनुसार राज्य में सामने आए चांदीपुरा वायरस के शंकास्पद मरीजों में से 26 मरीजों को छुट्टी भी दे दी गई है। अभी भी 54 मरीज भर्ती हैं। राज्य में इस वायरस से सबसे ज्यादा पांच मौतें पंचमहाल जिले में हुई हैं। उसके बाद अरवल्ली और बनासकांठा जिले में तीन-तीन, साबरकांठा, खेडा, महीसागर, जामनगर, गांधीनगर, दाहोद, गांधीनगर मनपा, में दो-दो मरीजों की मौत हुई है। वडोदरा शहर, देवभूमि द्वारका, सूरत शहर, जामनगर शहर में एक-एक मरीज की मौत हुई है।
केन्द्रीय टीम भी पहुंची
राज्य में इस वायरस के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए इसे कम करने के लिए राज्य सरकार के साथ भारत सरकार के नेशनल सेंटर फॉर डिसिज कंट्रोल नई दिल्ली की टीम भी प्रभावित क्षेत्रों में पहुंची है। राज्य सरकार की रेपिड एंड रिस्पोंस टीम भी कार्यरत है। इस टीम ने अरवल्ली और साबरकांठा जिले का दौरा भी किया है। राज्य के हर जिले में मेडिकल कॉलेज में भर्ती होने वाले शंकास्पद मरीजों के सैंपल लेकर जीबीआरसी गांधीनगर में भेजे जा रहे हैं। अस्पताल में शंकास्पद मरीजों को बेहतर उपचार मिले इसकी व्यवस्था की गई है।
41 हजार से ज्यादा घरों में सर्वे, एक लाख घरों में किया स्प्रे
इस वायरस के शंकास्पद मरीज जिन इलाकों से मिले हैं, उन इलाकों के आसपास के 41 हजार से ज्यादा घरों में स्वास्थ्य विभाग की टीम ने सर्वे किया है। इतना ही नहीं 5 लाख घरों में मेथेलियॉन पाउडर छांटा है और एक लाख से ज्यादा कच्चे घरों में दवाई का स्प्रे किया गया है। 19 हजार से ज्यादा स्कूलों में भी पाउडर का छिड़काव किया है। 1624 स्कूलों में दवाई का स्प्रे किया है।
हर दिन की जा रही है समीक्षा
गुजरात सरकार का कहना है कि इस रोग को फैलने से रोकने के लिए राज्य सरकार की ओर से हर दिन केसों की समीक्षा की जा रही है। इसमें सामने आने वाले केसों और नए तथ्यों के आधार पर जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं।