आईआईटी में देश के विभिन्न राज्यों के विद्यार्थियों की संख्या बढ़ रही है। इस वर्ष २०१९ में २० राज्यों के विद्यार्थियों ने आईआईटी गांधीनगर में प्रवेश लिया है। यदि बात करें गुजरात के विद्यार्थियों के बढऩे की तो बीते कुछ सालों से ये लगातार बढ़ रही है। वे अपने गृह राज्य में मिले बेहतर अवसर को भुनाने में लगे हैं। इस साल प्रवेश पाने वाले विद्यार्थियों में दूसरी सबसे ज्यादा संख्या गुजरात के विद्यार्थियों की है। पड़ोसी प्रदेश राजस्थान के विद्यार्थी इस साल भी सबसे ज्यादा हैं।
-प्रो.प्रतीक मूथा, डीन, अकादमिक, आईआईटी गांधीनगर
उनकी पहली चॉइस आईआईटी गांधीनगर ही थी। क्योंकि संस्थान विद्यार्थी केन्द्रित है। यहां विद्यार्थियों को काफी स्वतंत्रता है, उन्हें अपनी ब्रांच भी बदलनी है तो उसमें भी विद्यार्थी के हित को तवज्जो दी जाती है। फिर वे अपने गृह प्रदेश में भी रह रहे हैं।
-निनाद शाह, प्रथम वर्ष बीटेक छात्र
आईआईटी गांधीनगर की बेहतर बात ये है कि यहां पर विद्यार्थियों को ज्यादा आजादी है। छात्र-छात्राओं को उनके मन के मुताबिक हुनर को निखारने का मौका दिया जाता है। संस्थान में शिक्षा का माहौल और होस्टल का वातावरण भी बेहतर है। कानून एवं व्यवस्था में भी गुजरात काफी अच्छा राज्य है।
-श्रुति कतपरा, द्वितीय वर्ष बीटेक छात्रा
२०१९- २०३ ४२
२०१८-१८७ ३७
२०१७-१७४ ३४