कच्छ में राज्य का पहला पूर्ण सौर ऊर्जा संचालित दूध संयंत्र स्थापित
भुज. कच्छ जिले में गुजरात के पहले पूर्ण सौर ऊर्जा संचालित दूध प्लांट का निर्माण किया गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 28 अगस्त को अंजार तहसील के चांद्राणी गांव में 190 करोड़ रुपए के खर्च से 26 एकड़ जमीन पर नवनिर्मित संयंत्र का लोकार्पण करेंगे।
कच्छ जिला सहकारी दूध उत्पादक संघ लिमिटेड (सरहद डेयरी) की ओर से संचालित मौजूदा संयंत्र की क्षमता दैनिक 2 लाख लीटर दूध की है। इसका विस्तार कर दैनिक क्षमता 4 से 6 लाख तक लीटर दूध तक की जा सकेगी।
राज्य सरकार के सहयोग से सौर ऊर्जा से संचालित संयंत्र की क्षमता बढऩे पर और 2 लाख लीटर दूध व अन्य उत्पादों को अमूल ब्रांड के अधीन कच्छ व आस-पास के जिलों में बेचा जा सकेगा। कच्चे दूध की बिक्री के मुकाबले मूल्य संवद्र्धित कर दूध व दूध से बने दही, छाछ, पनीर, मावा, पेड़ा, घी आदि उत्पाद तैयार किए जाएंगे।
इससे कच्छ जिले के पशुपालकों को ऊंचे भाव चुकाने में सरहद डेयरी सक्षम होगी। इससे सीधे तौर पर 1 हजार लोगों को रोजगार, परिवहन खर्च में बचत होने से भी पशुपालकों को सीधा फायदा होगा। डेयरी के चेयरमैन व अमूल फेडरेशन के वाइस चेयरमैन वलमजी हुंबल के अनुसार सरहद डेयरी से कच्छ जिले में 125 महिला मंडली व 10 हजार महिला पशुपालक सदस्य आत्मनिर्भर बनीं हैं।
इसके साथ ही पूरी तरह से स्वचालित पशु चारा (मवेशी चारा) प्लांट के बारे में उन्होंने कहा कि पशु चारा प्लांट का प्रतिदिन 300 मीट्रिक टन से बढ़ाकर 500 मीट्रिक टन प्रति दिन किया जा सकता है, जिससे अधिक माल का उत्पादन संभव होगा।