13 जनवरी तक वर्चुअल रूप से आयोजित होने वाले इस समारोह की थीम इस बार विश्वमंगल रखी गई है। कोरोना के चलते इस बार तीन के बजाय दो बैठक ही होगी। रात्रि साढ़े आठ बजे से पहली बैठक आरंभ होगी। दूसरी बैठक रात 11 बजे तक खत्म होगी। 30 सत्रों में 80 से ज्यादा संगीतज्ञ, कलाकार भाग लेंगे। सप्तक के आयोजकों की ओर से कहा गया कि वे अविश्वनीय परिस्थिति के बावजूद महान संगीतज्ञों, कलाकारों के इस समारोह में हिस्सेदारी की हामी भरी है। इस समारोह का प्रसारण शालेडॉटकॉम पर होगा।
सप्तक में लगभग हर वर्ष अपनी प्रस्तुति देने वाले महान संगीतज्ञ व मोहन वीणा के प्रणेता ने कहा कि इस बार विपरीत परिस्थतियों के चलते ऑनलाइन आयोजन किया गया है। इस काल में कलाकार के साथ-साथ दर्शक खतरा नहीं मोल नहीं ले जाना चाहता।
जाने-माने संगीतज्ञ हिस्सा लेंगे हर बार की तरह इस बार भी देश के जाने-माने संगीतज्ञ सप्तक में हिस्सा लेंगे। इनमें डॉ एल सुब्रमण्यम, मोहन वीणा के प्रणेता पंडित विश्व मोहन भट्ट, महान बांसुरी वादक पंडित हरि प्रसाद चौरसिया जैसे संगीत मर्मज्ञ अपनी छटा बिखेरेंगे। पंडित राजन साजन मिश्र, शुभा मुदगल, उस्ताद वसिफुद्दीन डागर की बेहतरीन गायकी सुनने को मिलेगी। उस्ताद शुजात खान, उस्ताद शाहिद परवेज, पंडित पूरन महाराज, राहुल शर्मा भी अपनी अपनी प्रस्तुति देंगे। पंडित बिरजू महाराज कत्थक नृत्य पेश करेंगे।
इस बार लाखों लोग देख सकेंगे कोरोना काल में कोई रिस्क नहीं लेना चाहता। संगीत तो होना ही चाहिए और इसे जनता तक पहुंचना ही चाहिए। संगीत खुशबू की तरह है, उसे फैलने का शौक है। हवाओं से रिश्ता बनाए बिना यह मुश्किल नहीं होता। सप्तक में 2 हजार लोग देखने आते थे लेकिन अब ऑनलाइन के मार्फत लाखों में लोग देखेंगे।
पंडित विश्व मोहन भट्ट, प्रख्यात संगीतज्ञ, मोहन वीणा के प्रणेता
पहली बार सप्तक का ऑनलाइन आयोजन कोरोना के चलते पहली बार सप्तक का ऑनलाइन आयोजन होगा। कई संगीतज्ञों ने इस बार के ऑनलाइन कार्यक्रम में भाग लेने की हामी भरी है।
मंजू मेहता, आयोजक, सप्तक