पीएम मोदी ने वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन को दिखाई हरी झंडी
स्लग:: देश में बनी पहली वंदे भारत ट्रेन
गांधीनगर और मुंबई के बीच आज से चलेगी
प्रधानमंत्री ने गांधीनगर कैपिटल से अहमदाबाद के कालूपुर स्टेशन तक किया सफर
पीएम मोदी ने वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन को दिखाई हरी झंडी
अहमदाबाद. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार सुबह गांधीनगर कैपिटल रेलवे स्टेशन से वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। उन्होंने गांधीनगर से अहमदाबाद के कालूपुर स्टेशन तक इसी ट्रेन में सफर भी किया।
देश में बनी पहली वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन गुजरात की राजधानी गांधीनगर कैपिटल से देश की आर्थिक राजधानी मुंबई सेंट्रल तक प्रत्येक रविवार को छोडक़र सप्ताह में 6 दिन चलेगी। यह ट्रेन पहली अक्टूबर से दौड़ेेगी।
इस अवसर पर गांधीनगर कैपिटल रेलवे स्टेशन पर पीएम मोदी के साथ गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत, मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल, रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव, केंद्रीय शहरी आवास व शहरी मामलों के मंत्री हरदीप सिंह पुरी, रेल राज्यमंत्री दर्शना जरदोश भी उपस्थित थे। मोदी ने अहमदाबाद तक सफर किया।
मोदी ने वंदे भारत 2.0 ट्रेन के कोचों का निरीक्षण किया। साथ ही इसमें उपलब्ध सुविधाओं का जायजा लिया। उन्होंने ट्रेन के लोकोमोटिव इंजन के नियंत्रण कक्ष का भी निरीक्षण किया और लोको पायलट से आवश्यक जानकारी ली।
रेलवे स्टाफ-यात्रियों से की बातचीत
पीएम मोदी ने देश में बनी नई और वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन के अपग्रेडेड वर्जन को झंडी दिखाने के बाद अहमदाबाद के कालूपुर रेलवे स्टेशन तक इसी ट्रेन में सफर किया। उन्होंने ट्रेन में रेलवे स्टाफ के साथ-साथ यात्रियों, महिला उद्यमियों, शोधकर्ताओं और युवाओं से बातचीत की। वे ट्रेन के इंजीनियरों से भी रूबरू हुए।
बनेगी गेम चेंजर
यह ट्रेन गेम चेंजर बनेगी और देश के दो बिजनेस हब के बीच कनेक्टिविटी को बूस्ट करेगी। गुजरातभर के व्यवसायियों को भी मुंबई की महंगी हवाई यात्रा से मुक्ति दिलाएगी और हवाई यात्रा के समान सुविधाएं उपलब्ध करवाएगी। इसमें यात्रियों को विमान के समान यात्रा का अहसास होगा। 430 टन वाले पहले वर्जन वाली ट्रेन के मुकाबले इसका वजन 392 टन है। हर कोच में मनोरंजन के लिए 24 इंच के बजाए 32 इंच की स्क्रीन लगाई गई है। एसी भी 15 फीसदी ज्यादा ऊर्जा बचत करेंगे।
यात्रियों को मिलेंगी विश्व स्तरीय सुविधाएं
यह ट्रेन यात्रियों को विश्व स्तरीय आराम और सुविधाएं प्रदान करेगी। पूरी तरह से वातानुकूलित वंदे भारत में स्लाइडिंग दरवाजे, व्यक्तिगत रीडिंग लाइट, मोबाइल चार्जिंग प्वाइंट,अटेंडेंट कॉल बटन, बायो-टॉयलेट,स्वचालित प्रवेश और निकास द्वार, सीसीटीवी आदि कई आधुनिक विशेषताएं हैं।
सप्ताह में 6 दिन, साढ़े 6 घंटे में गांधीनगर से मुम्बई
पश्चिम रेलवे की ओर से वंदे भारत सुपरफास्ट एक्सप्रेस का नियमित परिचालन 1 अक्टूबर से शुरू होगा। यह ट्रेन सप्ताह में 6 दिन चलेगी और साढ़े 6 घंटे में एक तरफा सफर पूरा करेगी। यह ट्रेन दोनों दिशाओं में सूरत, वडोदरा और अहमदाबाद स्टेशनों पर रुकेगी। यह ट्रेन रविवार को नहीं चलेगी।
वडोदरा, सूरत होकर जाएगी
ट्रेन संख्या 20901 मुंबई सेंट्रल-गांधीनगर कैपिटल वंदे भारत सुपरफास्ट एक्सप्रेस मुंबई सेंट्रल से सुबह 6.10 बजे प्रस्थान करेगी और सुबह 8.50 बजे सूरत पहुंचेगी। वहां से सुबह 8.53 बजे रवाना होकर सुबह 10.20 बजे वडोदरा पहुंचेगी। वहां से सुबह 10.25 बजे रवाना होकर सुबह 11.35 बजे अहमदाबाद पहुंचेगी और सुबह 11.40 बजे रवाना होकर दोपहर 12.30 बजे गांधीनगर कैपिटल पहुंचेगी।
वापसी में ट्रेन संख्या 20902 गांधीनगर कैपिटल-मुंबई सेंट्रल वंदे भारत सुपरफास्ट एक्सप्रेस गांधीनगर कैपिटल से दोपहर 2.05 बजे प्रस्थान करेगी और दोपहर 2.40 बजे अहमदाबाद पहुंचेगी। यहां से दोपहर 2.50 बजे रवाना होकर शाम 4 बजे वडोदरा पहुंचेगी। वहां से शाम 4.05 बजे रवाना होकर शाम 5.40 बजे सूरत पहुंचेगी। वहां से शाम 5.43 बजे रवाना होकर रात 8.35 बजे मुंबई सेंट्रल पहुंचेगी। इस ट्रेन में एसी चेयर कार और एक्जीक्यूटिव चेयर कार कोच हैं। नियमित ट्रेन की बुकिंग शुक्रवार से पीआरएस काउंटरों और आईआरसीटीसी की वेबसाइट पर आरंभ हुई।
यह होगा किराया
इस ट्रेन में अहमदाबाद से मुंबई सेंट्रल तक एक्जीक्यूटिव चेयर कार का किराया 2505 व एसी चेयर कार कोच का किराया 1385 रुपए होगा। इसी तरह, अहमदाबाद से वडोदरा तक 955 व 515 रुपए, अहमदाबाद से सूरत तक 1410 व 740 रुपए, वडोदरा से सूरत तक 1060 व 565 रुपए, वडोदरा से मुंबई सेंट्रल तक 2190 व 1230 रुपए और सूरत से मुंबई सेंट्रल तक 1665 व 950 रुपए किराया होगा।
सिर्फ 52 सेकंड में 100 किमी प्रति घंटे तक की गति
स्वदेशी सेमी-हाई स्पीड के नाम से प्रसिद्ध यह ट्रेन 0 से 100 किमी प्रति घंटे तक की गति मात्र 52 सेकंड में प्राप्त करती है।
देश में विकसित कम लागत वाली ‘कवच’ तकनीक
गुजरात व महाराष्ट्र में चलने वाली देश में बनी पहली वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन में पहली बार ‘कवच’ (ट्रेन कोलाइजऩ एवॉइडेंस सिस्टम) तकनीक आरंभ की गई है। इस तकनीक की मदद से दो ट्रेनों की आमने-सामने से होने वाली टक्कर सरीखी दुर्घटनाओं को अब रोका जा सकेगा। इस तकनीक को देश में ही विकसित किया गया है जिसके कारण इसकी लागत काफी कम है।
दिव्यांग, दृष्टिबाधित यात्रियों के लिए विशेष व्यवस्था
दिव्यांग यात्रियों के लिए विशेष शौचालय और सामान्य यात्रियों के लिए टच-फ्री सुविधा वाले बायो वैक्यूम टॉयलेट की व्यवस्था की गई है। इसी प्रकार, दृष्टिबाधित यात्रियों की सुविधा के लिए सीटों में ब्रेल लिपि के साथ सीट संख्या उकेरी गई है ताकि ऐसे यात्री अपनी सीटों तक आसानी से पहुंच सकें।
आयातित ट्रेन से आधी लागत में तैयार
वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन ने भारत में यात्री यात्रा के एक नए युग की शुरुआत की है। मात्र 100 करोड़ रुपए की लागत से बनने वाली यह ट्रेन समान सुविधा वाली आयातित ट्रेन से लगभग आधी लागत में बनकर तैयार हो जाती है। प्रधानमंत्री मोदी के ‘मेक इन इंडिया’ के दृष्टिकोण को ध्यान में रखते हुए ट्रेन की प्रमुख प्रणालियों को भारत में डिजाइन और निर्मित किया गया है।
बेहतर ट्रेन नियंत्रण प्रबंधन व अग्निशमन सुरक्षा
आधुनिक तकनीक से युक्त इस ट्रेन में बेहतर ट्रेन नियंत्रण प्रबंधन के लिए लेवल-टू सेफ्टी इंटीग्रेशन सर्टिफिकेशन, कोच के बाहर रियर व्यू कैमरों सहित 4 प्लेटफार्म साइड कैमरे, सभी कोचों में एस्पिरेशन आधारित फायर डिटेक्शन एंड सप्रेशन सिस्टम, इलेक्ट्रिकल क्यूबिकल्स और शौचालयों में एरोसोल आधारित फायर डिटेक्शन एंड सप्रेस सिस्टम जैसे बेहतर अग्निशमन सुरक्षा उपाय किए गए हैं।
टच फ्री स्लाइडिंग डोर
इस ट्रेन में यात्रियों की सुविधाओं के लिए स्लाइडिंग फुटस्टेप के साथ-साथ टच फ्री स्लाइडिंग डोर के साथ स्वचालित प्लग दरवाजे भी लगे हुए हैं। एसी की मॉनिटरिंग के लिए कोच कंट्रोल मैनेजमेंट सिस्टम और कंट्रोल सेन्टर व मेन्टेनेंस स्टाफ के साथ कम्युनिकेशन एवं फीडबैक के लिए आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल किया जाता है।
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