वरिष्ठ मण्डल संरक्षा अधिकारी ए.वी. पुरोहित के अनुसार जिन रेलकर्मियों को सम्मानित किया गया है उनमें लोको पायलट मुनिराम मीणा और गुड्ज गार्ड अभिरंजन कुमार हैं। दरअसल लोको पायलट मुनिराम मीणा गत दिवस गांधीधाम-पालनपुर रेलखंड पर कार्य कर रहे थे, तबी सीडीएस-पालनपुर यार्ड के बीच उन्होंने देखा की लाइन पर 10 से 12 व्यक्ति कार्य कर रहे थे। लोको पायलट मीणा ने बार-बार व्हिसल बजाई, लेकिन उन व्यक्तियों को सुनाई नहीं दिया। बाद में उन्होंने इमरजेन्सी ब्रेक लगाकर ट्रेन खड़ी किया। ट्रेन स्पोर्ट स्थान से 40-45 मीटर की दूरी पर खड़ी कर दी। चालक ने इस घटना का पूरा विवरण अपने वरिष्ठ अधिकारियों बताया। लोको पायलट की सतर्कता से संभावित रेल दुर्घटना को टाला जा सका।
ऐसे ही ट्रेन मेनेजर (गूड्स गार्ड) अभिरंजन कुमार गुड्ज ट्रेन पर ड्यूटी कर रहे थे। जब इनकी ट्रेन पिपराला स्टेशन से जा रही थी तो इन्हें अपने ब्रेकवान में असामान्य झटका महसूस हुआ। उन्होंने सूझबूझ दिखाते हुए ट्रेन को रुकवा दिया। बाद में उन्होंने झटके लगने वाले स्थल का निरीक्षण किया तो रेल फ्रेक्चर मालूम हुआ, जो कि ट्रेनों के संचालन के लिए सुरक्षित नहीं है। बाद में अभिरंजन कुमार ने तुरंत ही वॉकीटॉकी से इसकी जानकारी पीपराला के स्टेशन मास्टर-पिपराला गणपत राम को दी। सूचना पर स्टेशन मास्टर-पिपराला ने कार्यवाही करते हुए इसकी जानकारी संबंधित रेलकर्मियों को दी। बाद में इंजीनियरिंग फूल ब्लॉक लेकर रेल रिनूअल का कार्य किया गया।