पतंग बनाने वालों ने भी उड़ाई रविवार सुबह से ही खंभात के समुद्र किनारे पर पतंगबाजों का जमावड़ा लगना शुरू हो गया। दूर-दूर तक पतंग के शौकीनों ने उत्तरायण का लुत्फ उठाया। बड़ी संख्या में पतंग बनाने वालों ने भी बड़े आकार की पतंगों के साथ समुद्र किनारे पर पहुंचकर पतंगबाजी का आनंद लिया। खंभात के समु्रद किनारे पर जगह-जगह वाहन, दुकानें और पतंगबाजी देखने को मिली।
मनाते हैं तीन उत्तरायण खंभात में तीन उत्तरायण मनाए जाते हैं। उत्तरायण, वासी उत्तरायण, दरियाई (समुद्री) उत्तरायण खंभात की विशेषताएं हैं। पहले पतंग बनाने वाले लोग समुद्री उत्तरायण पर पतंग उड़ाते थे। बाद में यह उत्सव अन्य लोगों के शामिल होने के साथ एक त्योहार बन गया। उत्तरायण के बाद पहले रविवार को समुद्री उत्तरायण मनाने के बाद रविवार राज को दरियालाल (समुद्र) को पतंग अर्पित की जाती है।
1200 एकड़ से ज्यादा क्षेत्र में समुद्री खाड़ी का मैदान 1200 एकड़ से अधिक क्षेत्र में फैले खंभात के समुद्री खाड़ी मैदान पर रविवार को समुुद्री उत्तरायण पर खंभात शहर, तहसील, आणंद जिला, चरोतर क्षेत्र से भी वाहनों से बड़ी संख्या में परिजनों के साथ पतंग प्रेमी खंभात के समुद्र किनारे पर पतंगबाजी का जश्न मनाने को पहुंचे। वहीं, खाने-पीने की दुकानों पर नाश्ते, खाने का भी आनंद लिया। काफी संख्या में मनोरंजन के साधन भी समुद्र किनारे पर होने के कारण बच्चे मस्ती के मूड़ में दिखे।