कोर्स को पूरा करने के लिए २०० से २५० घंटे के प्रशिक्षण की जरूरत रहती है। ऐसे में यह सुनिश्चित किया जाएगा कि अतिरिक्त क्लास लेकर और अवकाश के दिनों में भी पढ़ाई करवाकर उनका कोर्स पूरा कराया जाए।
जिन विद्यार्थियों को शैक्षणिक वर्ष २०२०-२१ और शैक्षणिक वर्ष २०२०-२२ के कोर्स में प्रवेश दिया गया है। ऐसे विद्यार्थियों को जब तक उनके पहले के बैच के विद्यार्थियों की परीक्षाएं पूरी नहीं हों तब तक सैद्धांतिक (थ्योरी) की ऑनलाइन पढ़ाई कराई जाएगी।