आईआईटी गांधीनगर सीसीएल के प्रमुख प्रोफेसर मनीष जैन ने बताया कि क्यूरियोसिटी कार्यक्रम की विशेषता यह है कि इसमें छात्राओं को उन्हीं के क्षेत्र की स्थानीय भाषा (हिंदी), संदर्भ, कहानियां, खिलौने व सामग्री के जरिए समझाया जा रहा है, ताकि वे आसानी से गणित, विज्ञान, इंजीनियरिंग, प्रौद्योगिकी के सूत्र, सिद्धांत, फॉर्मूले समझ सकें। खुद छात्राओं को भी शामिल करके खिलौने बनवाते हैं, गतिविधियां करते हैं, जिससे वे आसानी से समझ सकें। उसकी उपयोगिता और क्रियान्वयन को जान सकें। उद्देश्य छात्राओं में स्टेम शिक्षा की उत्सुकता बढ़ाने के साथ इसे बेहतर बनाना भी है।
सीसीएल की ओर से सप्ताह में दो दिन- प्रत्येक मंगलवार और शुक्रवार को एक-एक घंटे ऑनलाइन ट्यूटोरियल कार्यशालाओं के जरिए प्रशिक्षण दिया जा रहा है। ऑनलाइन सत्र का संचालन सरिता, अदिति और जय करते हैंं। इसमें यूपी के 746 केजीबीवी से कक्षा 6 से 8 तक की 100 छात्राएं जूम और यूट्यूब के माध्यम से जुड़ती हैंं। छात्राओं के साथ उनके विज्ञान और गणित शिक्षक, कभी-कभी प्रधानाचार्य और जिला समन्वयक भी जुड़ते हैं।