अपने विधानसभा क्षेत्र की बात करुं तो यहां ज्यादातर श्रमजीवी और रोज कमाने खाने वाले लोग रहते हैं। यदि रोजगार बंद रहता है तो ऐसे लोगों को परेशानी झेलनी पड़ती है। जब पहली बार लॉकडाउन हुआ था उसके कुछ दिनों बाद ही कार्यकर्ताओं की टीम बनाई। हर जगह पहुंचना संभव नहीं होता है ऐसे में इन टीमों के जरिए समस्या की जानकारी मिलती है उसे सुलझाने का प्रयास रहता है।
रोज कमाने खाने वालों के सामने सबसे ज्यादा समस्या भोजन की है। बापूनगर, सरसपुर और विराटनगर में रसोई शुरू की। खाना तैयार कर जरूरतमंदों तक पहुंचाने की जिम्मेदारी तय की गई है। हर सुबह-शाम जरूरतमंदों तक खाना और फूड पैकेट पहुंचाना शुरू कराया। हर रोज करीब पांच से छह हजार तक लोगों तक खाना पहुंचा रहे थे लेकिन कोरोना संक्रमण ज्यादा फैलने पर प्रशासन रसोई बंद करवा दी है। खाना परोसते समय सोशल डिस्टेंसिंग का विशेष तौर पर ध्यान रखा जाता रहा। अब भी जरूरतमंदों विधवा महिलाओं को राशन किट पहुंचाई जा रही है। वहीं जो भी व्यक्ति मेडिकल सुविधा या अस्पताल के किसी काम से आता है उसकी हर संभव मदद कर रहे हैं।
सरकार ने जनता के हित में जो भी कदम उठाए हैं कांग्रेस पार्टी ने सहयोग और साथ दिया है। इसमें पार्टी कोई भी राजनीति नहीं करना चाहती। यह लंबी लड़ाई है इसमें सरकार को आमजन को जागरूक करना होगा। आर्थिक तौर पर कमजोर वर्ग के लिए पार्टी ने राहत पैकेज की मांग की है।