मुख्यमंत्री के मुताबिक हमारी सांस्कृतिक एकता के लिए जरूरी है अलग-अगल प्रांत के पर्व पूरे देश में मनाए जाएं। यह छठ पर्व सिर्फ बिहार के लोगों के लिए ही नहीं बल्कि गुजरात के लोगों के लिए भी एक पर्व बन गया है। महाराष्ट्र के गणेश चतुर्थी का पर्व भी पूरे गुजरात में मनाया जाता है। ओडिशा के आषाढ़ी दूज की यात्रा की तरह अहमदाबाद में भी यात्रा निकलती है। बंगाल की तरह दुर्गा पूजा भी यहां होती है। विभिन्न प्रांत के पर्व गुजरात में साथ में मिलकर मनाते हैं। इससे अनेकता में एकता का भाव देखने को मिलता है।
रूपाणी के अनुसार वे खुद को काफी सौभाग्यशाली समझते हैं कि छठ मैया कीआरती करने का उन्हें अवसर मिला।