शहर पुलिस आयुक्त जी एस मलिक ने शनिवार को संवाददाताओं को बताया कि बड़ी संख्या में वीवीआईपी लोगों के स्टेडियम में मैच देखने आने को मद्देनजर रखते हुए सुरक्षा के विशेष इंतजाम किए गए हैं। स्टेडियम के अंदर 3500 सुरक्षा कर्मचारी तैनात रहेंगे, जबकि स्टेडियम के आसपास, होटलों पर, एयरपोर्ट पर और प्रमुख जगहों पर भी 3 हजार से ज्यादा सुरक्षाकर्मी मैच की सुरक्षा पर नजर रखेंगे। कुल छह हजार से ज्यादा सुरक्षाकर्मी मैच की व्यवस्था में लगाए गए हैं।
23 डीसीपी, बीडीडीएस की 10 टीमें रखेंगी नजर
मलिक ने बताया कि आईजी और डीआईजी स्तर के चार, डीसीपी स्तर के 23, एसीपी स्तर के 39, पीआई स्तर के 92 पुलिसकर्मचारियों को मैच की सुरक्षा व्यवस्था में लगाया गया है। इसके अलावा आरएएफ की दो कंपनियां मैच पर नजर रखेंगीं। एक टीम स्टेडियम के गेट नंबर एक पर तैनात रहेगी। एनडीआरएफ की दो टीमें, चेतक कमांडों की दो टीमें, बीडीडीएस की 10 टीमें मैच की सुरक्षा में लगाई गई हैं। ड्रोन के जरिए भी नजर रखी जाएगी।
जीत के बाद जश्न के दौरान भी सुरक्षा की व्यवस्था
मलिक ने बताया कि यदि भारत की टीम क्रिकेट वर्ल्डकप का फाइनल मैच जीतती है तो रात के समय शहर में जगह-जगह लोग जीत का जश्न मनाएंगे। इसे देखते हुए शहर के सीजी रोड, सिंधु भवन रोड, एसजी हाईवे, साबरमती रिवरफ्रंट सहित शहर के संवेदनशील इलाकों में भी पुलिस का बंदोबस्त रखा गया है।
गृह मंत्री शाह, मंत्री ठाकुर-सिंधिया, सीएम, अमरीकी- ऑस्ट्रेलियाई राजदूत देखेंगे मैच
अहमदाबाद शहर पुलिस के अनुसार मैच देखने के लिए केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह, केन्द्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर, ज्योतिरादित्य सिंधिया, भारत में अमरीका के राजदूत एरिक गारसेट्टी, ऑस्ट्रेलिया व यूएई के राजदूत, मेघालय के मुख्यमंत्री कोनराड संगमा, असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिश्व सरमा फाइनल मैच देखने आएंगे। इसके अलावा आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास, तमिलनाडु के खेल मंत्री उदयनिधि स्टालिन, उद्योगपति लक्ष्मी मित्तल, उनकी पत्नी, रिलायंस समूह की नीता अंबानी, सुप्रीम कोर्ट, गुजरात हाईकोर्ट के न्यायाधीश, गुजरात के गृह राज्यमंत्री हर्ष संघवी मैच देखने पहुंचेंगे।
पर्स, मोबाइल, टोपी, झंडे ही ले जा सकेंगे
मलिक ने बताया कि स्टेडियम के अंदर कोई भी फेंकी जा सके ऐसी वस्तु नहीं ले जाई जा सकेगी। दर्शक मोबाइल फोन, पर्स, टोपी, झंडे को ले जा सकेंगे। झंडे की स्टिक के साथ-साथ आपत्तिजनक लेख वाले पोस्टर, बैनर दर्शक नहीं ले जा सकेंगे।
सोशल मीडिया पर पुलिस की नजर
पुलिस आयुक्त मलिक ने बताया कि शहर पुलिस सोशल मीडिया पर भी नजर रखे हुए है। उन्होंने लोगों से कहा कि वे किसी भी प्रकार की भ्रामक और आपत्तिजनक टिप्पणी या बातें सोशल मीडिया के जरिए न फैलाएं। न ही ऐसे मैसेज वाली पोस्ट को फॉरवर्ड करें।