कीठम झील आगरा से करीब 22 किलोमीटर दूर रुनकता नाम के गांव के पास है। रुनकता आगरा जिले का एक छोटा कस्बा है, जहां एक छोटा सा रेलवे स्टेशन भी है। राष्ट्रीय राजमार्ग नंबर दो पर आगरा से दिल्ली जाते समय सिकन्दरा से आगे ये कस्बा है। इस हाईवे पर दाईं तरफ झील की तरफ जाने वाला प्रवेश द्वार आता है। हाईवे से करीब 1.20 किमी चलने के बाद प्रथम बार सड़क के दाहिने तरफ पानी से परिपूर्ण कीठम झील दिखती है। यहां से झील का स्वरूप बड़ा ही मनोरम दिखाई देता है, कुछ अंजान और विदेशी प्रवासी पक्षी भी नजर अक्सर नजर आते हैं।
कीठम झील के पास बना सुरम्य सूर सरोवर पक्षी अभ्यारण्य में स्थानीय व प्रवासी पक्षियों की 100 से ज्यादा प्रजातियां हैं। साथ ही 12 प्रजाति के स्तनपायी और 18 प्रजाति के सरीसृप का भी यह ठिकाना है। स्पूनबिल, साइबेरियन सारस, सरने सारस, ब्राहमनी बत्तख, बार-हेडेड गीसे और गडवॉल्स व शोवेलर्स यहां पाई जानी वाली पक्षियों की कुछ प्रमुख प्रजातियां है। उत्तर प्रदेश वन विभाग ने 27 मार्च 1991 को इस पूरे क्षेत्र को राष्ट्रीय पक्षी अभ्यारण्य का नाम दिया।
कीठम झील का में आप बोटिंग का आनंद भी ले सकते हैं। फिलहाल यहां चल रहे जीर्णोद्धार के कार्य की वजह से बोटिंग बंद की हुई है। झील में बोटिंग करने के लिए पेडल बोट उपलब्ध होती है। बोटिंग के लिए भी टिकिट बाहर के टिकिट घर से लानी पड़ती है। यहां से थोड़ा और आगे चलने पर दाहिने तरफ एक छोटा पार्क और उसी पार्क में एक केंटीन भी है। पिकनिक मनाने वाले लोग इस पार्क में खा पीकर आराम करते हैं और कुछ अपनों के साथ खेल कूद कर अपनी पिकनिक के आनन्द की अनुभूति करते हैं।
प्रवेश द्वार पर एक टिकिट काउंटर भी है, जहां से झील क्षेत्र में प्रवेश शुल्क प्रतिव्यक्ति रु 30/- अदा करके ही इस परिसर में प्रवेश किया जा सकता है। उसके आलावा कार और बाइक अंदर ले जाने शुल्क अलग से देना होता है।