घटना दोपहर करीब पौने दो बजे की है। गिरिराज किशोर और उनके बेटे भूपेश सिंघल का हार्डवेयर का कारोबार है। गिरिराज किशोर की अलमारी की भी दुकान है। दोपहर को घर पर भूपेश सिंघल की पत्नी दया सिंघल, बेटा अभिषेक(12) व नमन (09) मौजूद थे। पिता-पुत्र अपनी दुकानों पर थे।
बच्चों की जान पर आई तो बदमाशों से भिड़ी महिला
दया ने बताया कि दोनों बेटे टीवी देख रहे थे। वह घर का काम खत्म करके बाहर लगे वॉश बेसिन पर हाथ धोने गई थीं। उन्होंने देखा कि एक-एक करके तीन युवक आए। चेहरे पर अंगोछे बांध रखे थे। एक युवक के हाथ में तमंचा लगा था। बदमाश ने आते ही उन्हें दबोच लिया। मुंह दबाकर घसीटते हुए घर के अंदर ले आया। दो बदमाश एक कमरे में घुस गए। सामान खंगालने लगे। बदमाश ने कनपटी पर तमंचा लगाकर उनसे अलमारी की चाबी मांगी। उन्होंने बहाना बनाया। बदमाश दूसरे कमरे में मौजूद अपने साथियों को देखने लगा। उन्हें मौका मिल गया। साहस जुटाया। बदमाश को लात मारी। जोर से धक्का दिया। बदमाश जमीन पर गिर पड़ा। वह कमरे में घुस गईं। बेटे भी कमरे में थे। अंदर से दरवाजा बंद कर लिया। बदमाश ने दरवाजा पीटना शुरू कर दिया। गोली मारने की धमकी दी।
भीड़ को आते देखकर भागे बदमाश
महिला के कमरे की खिड़की गली में खुलती है। उन्होंने खिड़की खोली। उस पर खड़े होकर शोर मचाना शुरू कर दिया। शोर शराबा सुनकर भीड़ जमा होने लगी। बदमाशों के पैर उखड़ गए। वे भाग गए। बदमाश बमुश्किल चार से पांच मिनट ही घर में रुके थे। घटना की जानकारी पर एसीपी खेरागढ़ फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे। दिनदहाड़े लूट के प्रयास की घटना से पुलिस की हैरान है। बदमाशों ने दुस्साहस दिखाया। आशंका जताई जा रही है कि रेकी के बाद वारदात का प्रयास हुआ है। बदमाशों को पता था कि दिन में घर पर महिला और बच्चे ही मौजूद रहते हैं। घटना से ग्रामीणों में आक्रोश है। व्यापारियों की मांग है कि जल्द से जल्द बदमाश पकड़े जाएं। पुलिस बदमाशों का सुराग जुटाने के लिए सीसीटीवी कैमरे खंगाल रही है।