घटना थाना ताजगंज के गांव श्यामो की है। यहां मानसिंह अपने परिवार के साथ रहता है। मानसिंह के तीन बच्चे हैं। 11 साल की रचना और दो बेटे अभय और रूपेश। मानसिंह की पत्नी की कुछ दिनों पहले मौत हो गई थी। मानसिंह की पत्नी को कैंसर था और उसने पत्नी का इलाज कराने में अपना सब कुछ बेच दिया। लेकिन, फिर भी पत्नी की जान नहीं बचा सका। पत्नी के मौत के बाद मानसिंह तनाव में आ गया था और कर्ज भी डूब गया था। ग्रामीणों का कहना है कि मानसिंह सदमे में रहता था। उसने लोगों से मिलना जुलना और बातचीत करना भी कम कर दिया था। अंदर ही अंदर घुट घुट कर जी रहा था।
मानसिंह ने गुरुवार रात को अपनी तीनों बच्चों को विषाक्त देने के बाद खुद भी विषाक्त पदार्थ का सेवन कर लिया। शुक्रवार की सुबह पड़ोसियों ने मानसिंह और उनके बच्चों को अचेतावस्था में देखा तो होश फाख्ता हो गए। जब देखा तो मानसिंह और उसकी 11 साल की बेटी रचना की मौके पर ही मौत हो चुकी थी। वहीं दोनों बेटों को गंभीर हालत में हॉस्पिटल में भर्ती किया गया है। परिवार का मुखिया मानसिंह और उनकी एक बेटी की मौत से सभी हैरान है। वहीं बेटे रुपेश और अभय को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती करने के बाद से गांव में सभी हैरान है और परिजन भी सदमे में हैं आखिर मानसिंह ने ऐसा आत्मघाती कदम कैसे उठा लिया।