कोर्ट ने खारिज की दिव्यांश चौधरी की जमानत याचिका
एक ओर पुलिस आरोपी दिव्यांश चौधरी की गिरफ्तारी के लिए ताबड़तोड़ दबिश दे रही है। दूसरी ओर दिव्यांश चौधरी को एसीजेएम तृतीय की कोर्ट से झटका लगा है। एसीजेएम तृतीय दस्यु प्रभावी क्षेत्र रविकांत की कोर्ट ने दिव्यांश चौधरी की अग्रिम जमानत अर्जी खारिज कर दी है। तीन दिन पहले आरोपी की ओर से वकील ने कोर्ट में अग्रिम जमानत के लिए प्रार्थनापत्र दिया था। शुक्रवार को इस पर सुनवाई हुई। यह भी पढ़ेंः
यूपी में 41 दिन बंद रहेंगे सरकारी स्कूल, गर्मियों की छुट्टियों पर आया बड़ा अपडेट इस दौरान आरोपी दिव्यांश चौधरी के अधिवक्ता ने कोर्ट को तर्क दिया कि दिव्यांश को झूठा फंसाया गया है। उसे ब्लैकमेल किया जा रहा है। आरोपी के खिलाफ कोई प्रत्यक्ष साक्ष्य नहीं है। इसपर वादी की ओर से मौजूद वकील ने अग्रिम जमानत का विरोध किया। तर्क दिया कि वादी और उनकी बेटी को आरोपी ने कार से टक्कर मार कर जान से मारने का प्रयास किया है। तर्क सुनने के बाद कोर्ट ने प्रार्थनापत्र खारिज कर दिया।
आगरा में 15 अप्रैल को हुई थी वारदात, पंजाबी समाज ने दी चेतावनी
आगरा के शाहगंज थानाक्षेत्र में ऋषि मार्ग पर 15 अप्रैल को पूर्व मंत्री के पोते दिव्यांश चौधरी ने जूता कारोबारी और उसकी बेटी पर कार चढ़ाने की कोशिश की थी। इस मामले में पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया था। कई दिन बीतने के बाद आरोपी की गिरफ्तारी नहीं होने पर पीड़ित कारोबारी की बेटी ने सोशल मीडिया पर अपना वीडियो जारी करते हुए अपना दर्द बयां किया था। इसके बाद इस मामले में पुलिस ने पूर्व मंत्री उदयभान सिंह के पोते पर 25 हजार रुपये का इनाम घोषित कर दिया। इसके बाद भी आरोपी की अब तक गिरफ्तारी नहीं हो पाई है। घटना के बाद गुस्साए पंजाबी समाज ने आंदोलन की चेतावनी दी है। यह भी पढ़ेंः
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पीड़ित परिवार का आरोप है कि पहले दिन से ही पुलिस सुस्त है। इनाम घोषित होने में भी 10 दिन से ज्यादा लग गए। अब भी आरोपी गिरफ्त से दूर है। पूर्व मंत्री चौधरी उदयभान सिंह ने भी पीड़ित परिवार पर गंभीर आरोप लगाए थे। इसके विरोध में पंजाबी समाज ने आक्रोश जताया। तीन दिन में गिरफ्तारी न होने पर आंदोलन करने की चेतावनी दी थी। दो दिन बीत चुके हैं। आज गिरफ्तारी न होने पर पंजाबी समाज रणनीति बनाएगा। पुलिस ने भले ही हत्या की कोशिश के आरोपी दिव्यांश चौधरी पर इनाम घोषित कर दिया है, लेकिन उसकी गिरफ्तारी में नाकाम है।
दिव्यांश के पैतृक आवास पर क्यों नहीं गई पुलिस?
दिव्यांश की गिरफ्तारी में नाकाम शाहगंज पुलिस ने उसके दोस्तों और उनके परिजनों को उठा लिया। घंटों थाने में बैठाकर रखा गया। दिव्यांश के एक दोस्त के चाचा और व्यापारिक पार्टनर के भाई को भी पुलिस लोहामंडी क्षेत्र से उठा ले गई। उसके दोस्त के बारे में पूछताछ की गई। इसकी जानकारी होने पर दोस्त खुद ही थाने में हाजिर हो गया। इसके बाद भी रिश्तेदार और पार्टनर को घंटों बैठाकर रखा गया। देर रात उन्हें रिहा किया गया। लोगों का कहना है कि थाने से महज कुछ सौ मीटर की दूरी पर दिव्यांश का पैतृक आवास है, लेकिन पुलिस वहां जाने की हिम्मत नहीं उठा पा रही। जबकि उसके दोस्तों और परिजनों को बेवजह परेशान कर रही है। यह भी पढ़ेंः
यूपी की वो लोकसभा सीट, जहां जब्त हो जाती है स्टार्स की जमानत, इस बार किसके सिर सजेगा ‘ताज’ सूत्रों का कहना है कि दिव्यांश की तलाश में जुटी पुलिस शुक्रवार रात पूर्व मंत्री के आवास पर पहुंची। पुलिस सूत्रों ने बताया कि इस दौरान पूर्व मंत्री से दिव्यांश को पुलिस के हवाले करने को कहा गया। इस पर पूर्व मंत्री ने अटपटा जवाब देते हुए दिव्यांश के बारे में जानकारी होने से इनकार कर दिया। पीड़ित परिवार का आरोप है कि पुलिस दिव्यांश की गिरफ्तारी के लिए उसके परिजनों पर दबाव नहीं बना रही है। यही वजह है कि वह अभी तक पुलिस की पकड़ से दूर है।
शाहगंज थाना प्रभारी ने क्या कहा?
शाहगंज थाना प्रभारी अमित कुमार मान ने बताया “जूता कारोबारी और उसकी बेटी पर कार चढ़ाने के मामले में आरोपी पूर्व मंत्री चौधरी उदयभान सिंह का पोता दिव्यांश चौधरी फरार है। उसकी गिरफ्तारी के लिए हर संभव प्रयास किया जा रहा है, लेकिन आरोपी हाथ नहीं आ रहा है। ऐसे में अब आरोपी के घर की कुर्की की कार्यवाही के लिए अदालत में प्रार्थना पत्र दिया गया है। धारा 82 का नोटिस चस्पा करने के बाद कुर्की की कार्रवाई की जाएगी।” -आगरा से प्रमोद कुशवाहा की रिपोर्ट