1. मंगलवार के दिन किसी भी हनुमान मंदिर में जाएं। वहां हनुमान जी की मूर्ति से सिंदूर लेकर सीता मां के चरणों में चढ़ा दें। साथ ही मन ही मन अपनी अपनी इच्छा की कामना करें। मान्यता है कि हनुमान जी राम जी के अलावा सीता माता के भी प्रिय हैं, सीता माता प्रसन्न होकर उनके भक्तों की भी मनोकामना पूरी करती हैं।
2. यदि लगातार कई दिनों से आपको किसी भी प्रकार का डर सता रहा है या आप किसी संकट से उबरना चाह रहे हैं और आपको उस संकट से मुक्ति नहीं मिल रही है तो लगातार 100 दिन तक हनुमान चालीसा का पाठ करें।
3. रोजाना विधि पूर्वक पीपल के पेड़ के नीचे बैठकर हनुमान चालीसा का पाठ करें।मंगलवार और शनिवार के दिन सुंदरकांड का पाठ करें और इसके बाद हनुमान चालीसा का पाठ करें। ध्यान रहे कि जब भी आप पाठ कर रहे हों तो हनुमान जी की मूर्ति के सामने एक ज्योत जरूर जलाएं।
4. यदि कुंडली में ग्रहों का दोष है तो काले चने और गुड़ का प्रसाद बनाकर मंगलवार और शनिवार के दिन हनुमान जी के मंदिर में प्रसाद बांटे। इसके अलावा 21 दिन तक हनुमान के बजरंग बाण का पाठ करें।