डेढ़ गुना मूल्य तय हो लागत का
मोहन सिंह चाहर का कहना है कि बृज क्षेत्र का किसान तमाम समस्याओं से जूझ रहा है। फसल का डेढ़ गुना मूल्य किसान से पूछकर तय होना चाहिए, न कि कार्यालय में बैठकर। किसान की लागत के हिसाब से डेढ़ गुना मूल्य नहीं है। कार्यालयों में बैठे लोग मनमाने तरीके से फसल का मूल्य तय करते हैं। किसान तीन कट्टा खाद डालता है और मूल्य तय करते समय एक कट्टा से भी कम खाद का मूल्य रखा जाता है।
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