आगरा के वरिष्ठ पत्रकार राजीव सक्सेना ने बताया कि कारगिल के युद्ध की जीत में आगरा का विशेष योगदान रहा। युद्ध में मदद के लिए आगरा डीआरडीओ से एयरोस्टेट बनाकर भेजे गए थे जिनमें कैमरे लगे हुए थे। युद्ध के दौरान ये एयरोस्टेट सीमा पार दुश्मनों पर नजर रखते थे। इसके अलावा पैरा ब्रिगेड जो एक स्पेशल फोर्स है, इसके कुछ ऑपरेशन आगरा से चले थे। वहीं आर्थिक सहायता के लिए स्थानीय लोगों ने चंदा इकट्ठा करके भेजा था। कई नौकरीपेशा लोगों ने अपने एक दिन की सैलरी सेना की मदद के लिए दान की थी।
राजीव सक्सेना के मुताबिक कि Kargil War को जीतने के बाद लोगों को एक तरफ दुश्मनों को धूल चटा देने की खुशी थी तो वहीं अपने तमाम जवानों की शहादत का गम भी था। उन शहीदों की याद में आगरा में युद्ध स्मारक बनाया गया। इसके बाद शहीद स्मारक में एक बड़े कार्यक्रम का आयोजन किया गया। नागरी प्रचारिणी सभा में कई कार्यक्रम हुए। वहीं स्कूलों में इस मुद्दे पर कई प्रोग्राम, भाषण और वाद—विवाद जैसे कार्यक्रम आयोजित किए गए। अब भी हर साल कारगिल विजय दिवस को याद करके तमाम जगहों पर जवानों को श्रद्धांजलि दी जाती है।
शहीद का नाम पता
मोहन सिंह राजपूत बड़ा उखर्रा सदर, आगरा
जितेन्द्र सिंह चौहान आगरा
धर्मवीर सिंह ग्राम मलपुरा, आगरा
कुमार सिंह ग्राम बसेरी काजी किरावली, आगरा
रामवीर सिंह एचआईजी 11 ताजनगरी , आगरा
श्यामवीर सिंह एचआईजी 16 ताजनगरी, आगरा
हसन मोहम्मद खेरिया ईस्ट तहसील किरावली, सीक्यूएमएच अमरुद्दीन, आगरा