नगर निगम स्थित स्मार्ट सिटी कार्यालय में 250 करोड़ रुपये की लागत से स्थापित इस सेंटर का सफल ट्रायल पहले ही कर लिया गया था। इसके चालू होने के बाद पूरा संजय प्लेस अब चौबीसों घंटे सीसीटीवी की जद में रहेगा। कमांड और कंट्रोल सेंटर में तीन दर्जन कंप्यूटर और बड़ी स्क्रीन लगाई गई है।
पहले चरण में 30 सीसीटीवी कैमरों को सेंटर से जोड़ा गया है। इनसे हरीपर्वत, सूरसदन और भगवान टाकीज स्थित ट्रैफिक सिग्नलों को एक साथ ऑन या ऑफ किया जा सकेगा। ये signals पहले ही लगाए जा चुके हैं। सूरसदन तिराहा, नामनेर चौराहा, खंदारी कैंपस और नालबंद चौराहे पर चालू हो चुके इन सिग्नलों के हरा होते ही इनमें अंग्रेजी में गो लिखा हुआ आएगा। इसके अलावा एमजी रोड पर एक दर्जन स्थानों पर वैरिएबल मैसेज साइनबोर्ड लगाए जा रहे हैं। बुधवार से सेंट जोंस और नालबंद चौराहे पर ये चालू भी हो गए।
शहर के 39 स्थानों पर एनवायरमेंटल सेंसर (environmental censor) लगाए गए हैं। इन पर संबंधित क्षेत्र की जानकारी डिस्प्ले होगी। गुरुवार से संजय टाकीज, बिग बाजार, धूलियागंज, हाथीघाट और एसबीआई के जोनल कार्यालय में इन्होंने काम करना शुरू कर दिया।
प्रोजेक्ट के तहत पीपीपी मॉडल पर शहर में 10 स्थानों पर स्मार्ट हेल्थ केयर सेन्टर (smart health care centre) बनेंगे। ये सेंटर नगर निगम, एमजी रोड, बल्केश्वर, खंदारी, आवास विकास विजय नगर, अर्जुन नगर, फतेहाबाद रोड पर बनाए जाएंगे। दिल्ली की कंपनी एजल मैन्यूफैक्चरिंग को यह काम सौंपा गया है। खास बात यह कि इन हेल्थ सेंटरों पर नागरिक बहुत कम लागत पर पैथोलाजी जांचें करा सकेंगे। यहां 25 रुपये में ब्लड शुगर की जांच और 50 रुपये में ईसीजी की सुविधा मिलेगी। इसके लिए नागरिकों को स्मार्ट कार्ड उपलब्ध कराए जाएंगे, जिनमें कार्डधारक के स्वास्थ्य से संबंधित सभी ब्योरा होगा। ये हेल्थ सेंटर नगर निगम, एमजी रोड, खंदारी, विजय नगर, आवास विकास, बल्केश्वर, अर्जुन नगर और फतेहाबाद रोड पर बनेंगे।
एमजी रोड, यमुना किनारा रोड और शहर के अन्य प्रमुख मार्गों पर तिरंगी लाइट (tricolour LED strip) लगाई गई हैं। बुधवार रात एमजी रोड के सभी विद्युत पोल इनसे जगमग हो गए। नगर आयुक्त अरुण प्रकाश के मुताबिक करीब 900 खंभों पर डेढ़ करोड़ की लागत से इन्हें लगाया गया है।
स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत ताजगंज वार्ड के पांच हजार घरों में क्यूआर कोड लगाने का काम पूरा हो गया है। एक हजार डस्टबिन में क्यूआर कोड लगाया जा चुका है। इससे कूड़े के उठान की जानकारी आसानी से हो सकेगी।