सिकंदरा क्षेत्र में रहने वाली मुन्नी की बहन समीरन ने उसको फोन किया तो मोबाइल स्विच ऑफ था। ऐसे में उसने पुलिस को सूचना दे दी। इसके बाद पुलिस ओमेंद्र की तलाश में जुट गई। पुलिस ने काफी मशक्कत के बाद उसे खोजा। पहले तो वह यह बताने लगा कि उसकी मुन्नी से मुलाकात ही नहीं हुई। उसे नहीं पता कि वह आगरा आई है। पुलिस ने सख्ती की तो उसने हकीकत बताना शुरू किया। जिसे सुनकर पुलिस के होश उड़ गए। ओमेंद्र ने पुलिस को बताया कि मुन्नी से उसने दिखावे के लिए शादी की थी। मुन्नी के बिहार जाने के बाद उसने दूसरी शादी कर ली। दूसरी पत्नी उसके साथ गांव में रहती है।
बेटे की तलाश में जुटी पुलिस ओमेंद्र ने पुलिस को बताया कि मुन्नी टूंडला पर उतरी जहां आशीष उसे लेने पहुंचा। वहां से वो उसे लेकर रामबाग पहुंचा। रामबाग से अछनेरा पहुंचा। अछनेरा से फतेहपुर सीकरी पहुंचा। जहां से भरतपुर जाना था। फतेहपुर सीकरी से भरतपुर के रास्ते में दोनों के बीच झगड़ा हुआ। इस झगड़े में बेटा मुन्नी के हाथ से गिर गया। आशीष ने बड़ी नहर के पास मुन्नी का भी गला दबा दिया और शव को नहर में फेंक दिया। प्रभारी निरीक्षक धर्मेंद्र दहिया के अनुसार आशिक उर्फ ओमेंद्र लोधी अपनी पत्नी को टूंडला स्टेशन से गाड़ी में बैठाकर भरतपुर की ओर जा रहा था। रास्ते में कहा सुनी एवं मारपीट होने पर पत्नी की हत्या कर दी। शव को नहर में डाल दिया। लापता डेढ़ वर्षीय पुत्र के लिए पूछताछ और तलाश की जा रही है।
आगरा से प्रमोद कुशवाह की रिपोर्ट