राजीव गांधी बार एसोसिएशन के अध्यक्ष और वरिष्ठ अधिवक्ता रमाशंकर शर्मा ने 11 सितंबर को कंगना रनौत के खिलाफ परिवाद दायर किया था। आरोप लगाया गया कि
हिमाचल प्रदेश की मंडी लोकसभा क्षेत्र से सांसद कंगना रनौत ने 26 अगस्त 2024 को एक बयान में किसानों के बारे में अपमानजनक टिप्पणी की थी, जो उनके और लाखों किसानों की भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाली थी। इससे पहले पिछली तारीख 28 नवंबर को भी सांसद स्वयं या उनकी ओर से अधिवक्ता अपना पक्ष रखने के लिए नहीं आए थे।
क्या है पूरा मामला?
कंगना रनौत ने अपने बयान में कहा था कि दूसरा गाल आगे करना आजादी पाने के बजाय भीख मांगने के समान है। उन्होंने दावा किया कि भारत को आजादी साल 2014 के बाद मिली है। वहीं, किसानों के विरोध प्रदर्शन को लेकर उन्होंने खालिस्तानी आतंकवादियों की संलिप्तता का आरोप लगाया।