आगरा के मेयर नवीन जैन के अनुसार, सड़क का नाम बदलने का निर्णय सिंघल को सम्मानित करने के लिए लिया गया था, जिनका जन्म 1926 में घटिया आजम खान रोड स्थित एक घर में हुआ था।
बाद में वह पूर्णकालिक प्रचारक के रूप में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) में शामिल हो गए और 1981 में विहिप के महासचिव बने। उन्होंने कहा कि अशोक सिंघल ने अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण के लिए पूरे भारत में हिंदुओं को एकजुट करके आंदोलन को आकार देने में प्रमुख भूमिका निभाई थी। जैन ने कहा कि ‘गुलामी के दौर’ की याद ताजा करने वाली जगहों के नाम बदलने की प्रक्रिया जारी रहेगी।
आगरा में एक मोहल्ले का नाम ‘घटिया आजम खां’ था। शहर के हरिपर्वत इलाके से सेंट जॉन्स कॉलेज की ओर जाते हुए जीवनी मंडी की ओर बढ़ने पर रास्ते में ‘घटिया आजम खां’ चौराहा पड़ता था। इतिहासकार बताते हैं कि इस इलाके में पहले एक खूबसूरत घाटी थी। जहां बादशाह अकबर का वजीर मिर्जा अजीज कोका रहता था। अकबर ने उसे खान-ए-आजम का तमगा दिया था। घाटी होने की वजह से इस क्षेत्र का नाम घटिया पड़ा और बाद में घटिया आजम खां।