इसके बाद ट्रेन को आगे ले जाने के लिए आगरा का स्टाफ कोटा पहुंचा। लेकिन गंगापुर के चालकों ने आगरा स्टाफ को यह ट्रेन नहीं चलाने दी और गंगापुर के चालक ही ट्रेन को
आगरा तक ले गए। इसके चलते पहले आगरा और फिर गंगापुर पहुंचने पर इंजन केबिन में ही चालकों ने एक दूसरे से हाथापाई की। इस घटना में चालकों को चोट भी आई। मामले को लेकर कर्मचारी संगठनों में जबरदस्त आक्रोश है। अब आगरा रेल मंडल ने इसका संज्ञान लिया है। आगरा की जनसंपर्क अधिकारी प्रशस्ति श्रीवास्तव ने बताया कि वंदे भारत ट्रेन के संचालन को लेकर दोनों मंडल के कर्मचारियों के बीच विवाद का मामला संज्ञान में आया है। जल्द ही इसका समाधान निकाल लिया जाएगा।
पहले समझिए आखिर है क्या पूरा मामला?
दरअसल,
आगरा-उदयपुर सिटी वंदे भारत एक्सप्रेस को चलाने के लिए पश्चिम-मध्य रेलवे, उत्तर-पश्चिम और उत्तर रेलवे ने अपने-अपने स्टाफ के लिए आदेश जारी किए हैं। ऐसे में ट्रेन संचालन को लेकर कर्मचारी आपस में भिड़ गए। आगरा रेल मंडल के सूत्रों ने बताया कि कोटा से आगरा तक लाने के लिए यहां से स्टाफ गया था, लेकिन कोटा तक ट्रेन वाले गंगापुर के स्टाफ ने उन्हें ट्रेन नहीं चलाने दी। वह स्वयं ही ट्रेन को लेकर आगरा तक आए।
आगरा में वंदे भारत ट्रेन के चालक से मारपीट के बाद गरमाया मामला
इसके बाद गंगापुर के चालकों ने ट्रेन को वापस कोटा तक लाने की भी कोशिश की, लेकिन आगरा में एकत्रित हुए बड़ी संख्या में चालकों ने गंगापुर स्टाफ को ट्रेन का संचालन नहीं करने दिया। इसके बाद आगरा स्टेशन पर गंगापुर स्टाफ के लाइन बॉक्स और बैग इंजन से उतार कर प्लेटफार्म पर फेंक दिए गए। साथ ही इंजन में घुसकर चालकों से मारपीट भी की गई। इस झगड़े में गंगापुर के चालक जितेंद्र सिंह चौहान और सह चालक रामकेश मीणा के हाथ और अंगुलियों में चोटें आई हैं।
आगरा से गंगापुर पहुंचते ही फिर भिड़े कर्मचारी
इस सूचना गंगापुर के कर्मचारियों में आक्रोश फैल गया। इसके बाद ट्रेन आने से पहले ही गंगापुर में बड़ी संख्या में रेल कर्मचारी और संगठन के नेता एकत्रित हो गए। जीआरपी और आरपीएफ भी मौके पर पहुंच गई। ट्रेन स्टेशन पर पहुंचते ही कर्मचारियों ने जोरदार हंगामा शुरू कर दिया। इस दौरान कुछ कर्मचारियों ने आगरा के चालकों से हाथापाई भी कर दी और उन्हें धकेलते हुए इंजन से बाहर निकाल दिया। इसके बाद आगरा के चालक दल का सामान भी प्लेटफार्म पर फेंक दिया गया। इस हंगामे के दौरान ट्रेन गंगापुर में करीब 15 मिनट खड़ी रही। बाद में गंगापुर के चालक इस ट्रेन को लेकर कोटा के लिए रवाना हुए। रेलवे यूनियन और संघ ने किया विरोध-प्रदर्शन
वंदे भारत एक्सप्रेस में वर्किंग विवाद के कारण स्टाफ के पीटने की बात सामने आते ही कोटा में कर्मचारी संगठन आक्रोशित हो गए। बड़ी संख्या में झंडे और बैनर लेकर रेलवे मजदूर संघ और एम्पलाईज यूनियन ने कोटा रेलवे स्टेशन पर विरोध प्रदर्शन और नारेबाजी शुरू कर दी। इस दौरान यूनियन और संघ ने चेतावनी दी कि यदि कोटा रेल मंडल को इस ट्रेन की वर्किंग नहीं मिली तो आंदोलन किया जाएगा।
मारपीट की घटना से आगरा मंडल के कर्मचारियों में भी आक्रोश फैल गया। दूसरी ओर इस मामले में कोटा रेल मंडल के वरिष्ठ वाणिज्य प्रबंधक का कहना है कि उदयपुर-आगरा कैंट वंदे भारत ट्रेन में बीट चार्ज को लेकर विवाद हुआ था। हालांकि उसका निपटारा बातचीत से हो गया है। कर्मचारियों में मारपीट और झगड़े वाली कोई बात सामने नहीं आई है।