उन्होंने
आगरा , अलीगढ़, झांसी व चित्रकूट धाम मण्डल के अन्तर्गत आने वाले 15 जनपदों के उद्यमियों व सम्बन्धित अधिकारियों को सम्बोधित करते हुए, उनकी समस्याओं व उनके सुझावों की जानकारी प्राप्त की। उन्होंने कहा कि हर जनपद के उत्पाद की अलग-अलग स्थिति होती है। अतः उसकी आवश्यकता के अनुसार योजनाएं बनाकर उद्योगों को प्रोत्साहित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि एक जनपद एक उत्पाद के तहत सभी जनपदों के शिल्पियों के उत्पादन में गुणवत्ता, आकर्षकता एवं उचित मूल्य दिलाने के लिए प्रदेश सरकार प्रयासरत है।
विदेशों तक हो पहुंच
ई-मार्केटिंग एवं बड़ी-बड़ी कम्पनियों से मिलकर शिल्पियों के प्रोडक्ट को बाजार में बेचना है। वहीं दूसरी ओर आधुनिक मशीनों के द्वारा उनके उत्पाद में और अधिक गुणवत्ता लानी है। उन्होंने शिल्पियों की कलाओं में और निखार लाने के लिए उनको प्रशिक्षण देने एवं देश-विदेश में लगने वाले राष्ट्रीय व अन्र्तराष्ट्रीय मलों में उद्यमियों के साथ भागीदारी कराने पर जोर दिया। उन्होंने उद्योग विभाग को निर्देश दिया कि जिलाधिकारियों के माध्यम से विदेश में प्रतिवर्ष लगने वाले मेलों के लिए शिल्पियों को चिन्हित किया जाय।