ये भी पढ़ें – भारत को मधुमेह की राजधानी न बनने देंगे, हृदयाघात से मौतें रोकेंगे अधिक काम का दबाव उड़ा रहा युवाओं की नींदः डॉ. काशीनाथ
डॉ. काशीनाथ दास ने अपने व्याख्यान में बताया कि आजकल युवाओं में काम का दबाव ज्यादा है। जिसके कारम वह इनसोम्निया बीमारी (जिसमें नींद का ना आना) का शिकार हो रहे हैं। नींद पूरी न होंने के कारण स्ट्रेस बढ़ता है। जिसकी वजह से हाइपरटेंशन, माइग्रेन, उचित शारीरिक विकास न होना जैसी बीमारियों व समस्याओं का का खतरा बढ़ रहा है। युवाओं को स्वस्थ रहने के लिए तनाव मुक्त रहना जरूरी है। कम से कम 7 घंटे की नींद अनिवार्य है।
डॉ टीएस चंद्रशेखर चेन्नई ने बताया कि पहले पेट में अल्सर और ब्लीडिंग होने पर ऑपरेशन किए जाते थे। ये घातक होते हैं। लेकिन नई तकनीकी में कैप्सूल एंडोस्कॉपी से अल्सर का पता लगाने के साथ ही ब्लीडिंग भी बंद की जा सकती है।